Move to Jagran APP

Kashmir Weather: कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड, डल झील समेत वादी के अधिकांश जल स्रोत जम गए

जम्मू कश्मीर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कश्मीर में झीलों व तालाबों की उपरी परत जम गई हैं नये साल का जश्न मनाने वाले सैलानियों में उत्साह की कोई कमी नहीं है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 28 Dec 2019 12:31 PM (IST)Updated: Sat, 28 Dec 2019 12:31 PM (IST)
Kashmir Weather: कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड,  डल झील समेत वादी के अधिकांश जल स्रोत जम गए
Kashmir Weather: कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड, डल झील समेत वादी के अधिकांश जल स्रोत जम गए

श्रीनगर/जम्मू, जेएनएन। शीतलहर का प्रकोप जारी है। अघिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच अंतर बहुत कम रह गया है। मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर के अनुसार आगे भी माैसम इसी तरह का बना रहेगा। श्रीनगर में दिसंबर माह में सबसे अधिक ठंडी रात का रिकार्ड कायम किया। श्रीनगर में न्यूनतम तापमान -5.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। जिससे डल झील और पानी के अधिकतर स्रोत जम रहे हैं।

loksabha election banner

मौसम विभाग के अनुसार कश्मीर और लद्दाख में शनिवार को आसमान साफ होने के बाद भी तापमान जमाव बिंदू से नीचे गिर गया। श्रीनगर का अधिकतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। जम्मू का अधिकतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। लेह का न्यूनतम तापामन -10.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

जम्मू में सुबह से ही कोहरा छाया हुआ है। कोहरे के बीच बाजारों में निकलना मुश्किल है। मौसम विज्ञान केद्र के अनुसार इस वर्ष दिसंबर महीना पिछले कई वर्षो के मुकाबले ठंडा रहा है। मौसम के इस प्रकोप के बीच आम आदमी का जीना मुश्किल है। बाजारों में भी आम दिनों के मुकाबले रौनक बहुत कम चल रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले सैलानियों में उत्साह की कमी नहीं है। जम्मू संभाग में पूरे दिन हल्के बादल छाए रहे। ठंडी बयार बहने से जनजीवन बुरी तरह से ठिठुर रहा है।

वहीं, जम्मू-श्रीनगर हाईवे शुक्रवार को खुला रहा। पर शनिवार को वनवे रहा। कश्मीर की ओर जाने वाले छोटे वाहनों को ही रवाना किया गया। इनमें से अधिकतर वाहन वह थे, जो रास्ते में फंसे हुए थे। कड़ाके की ठंड के चलते कई स्थानों पर पानी की पाइप लाइन जम गई. इसके चलते इलाके में पानी की कमी महसूस की जा रही हैयही नहीं लोगों को पानी लेने के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है। डल झील समेत वादी के अधिकांश जल स्रोत जम गए हैं। पीएचई विभाग की पाइपलाइन में पानी जम गया है, जिससे पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। प्रसिद्ध डल झील में शुक्रवार सुबह लोगों को जमे पानी की मोटी परतों को तोड़ते देखा गया। शुक्रवार को प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पत्नीटॉप और नत्थाटॉप में बड़ी संख्या में सैलानियों को देखा गया। यहां पर्यटक बर्फ के साथ अठखेलियां करते नजर आते हैं। बड़ी बात यह भी है कि कश्मीर में भी पर्यटक पहुंच रहे हैं।

पहलगाम में न्यूनतम तापमान -12.0, जबिक गुलमर्ग में का न्यूनतम तापमान -9.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों के अनुसार हाईवे खुला जरूर रहा, लेकिन कश्मीर जाने वाले छोटे वाहनों को ही आगे जाने दिया गया, जो कि पहले से रास्तों में फंसे थे। अधिकारी के अनुसार कश्मीर की ओर जाने वाले किसी भी नए वाहन को जम्मू के पास नगरोटा टोल पोस्ट से आगे नहीं बढ़ने दिया गया। यहां एक हजार से अधिक वाहनों को अलग-अलग जगहों पर रोका गया है। वहीं, किश्तवाड़ जिले के गुलाबगढ़ से हिमाचल प्रदेश के केलाड़ को जोड़ने वाले मार्ग पर शबाश के पास थांब नाला में ग्लेशियर आ गया। ग्रेफ के कर्मचारी मशीनरी के साथ इसे खोलने में जुटे हैं। शनिवार को दोपहर बाद तक इसे खोले जाने के आसार हैं।

जम्मू कश्मीर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कश्मीर में झीलों व तालाबों की उपरी परत जम गई हैं, नये साल का जश्न मनाने वाले सैलानियों में उत्साह की कोई कमी नहीं है।

यह दो दशक में पहली बार है कि दिसंबर माह में लगातार एक सप्ताह तक जम्मू में दिन का तापमान सामान्य से छह से 10 डिग्री कम रहा है। जम्मू में दिसंबर माह में दिन का औसत तापमान 21 डिग्री के आसपास रहता है। पिछले एक सप्ताह में औसत तापमान लगभग 12 डिग्री के आसपास रहा है। अभी कुछ दिन यही स्थिति चलने का मौसम विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं। कश्मीर घाटी में भी ठंड का यह दौर लगातार जारी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.