कश्मीर घाटी में मस्जिदों में याद किए गए बिपिन रावत, नमाज के बाद दी श्रद्धांजलि
कश्मीर घाटी की मस्जिदों में जुमे की नमाज के मौके पर मुस्लिम समुदाय ने हेलीकाप्टर हादसे में बलिदान हुए देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों व जवानों की आत्मा की शांति के लिए विशेष दुआ की।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कश्मीर घाटी की मस्जिदों में जुमे की नमाज के मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हेलीकाप्टर हादसे में बलिदान हुए देश के पहले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों व जवानों की आत्मा की शांति के लिए विशेष दुआ की। बता दें कि तमिलनाडु में हेलीकाप्टर हादसे में रावत सहित 13 लोग बलिदान हो गए थे। कश्मीर में भी उनकी याद में लगातार आयोजन किए जा रहे हैं।
रावत अपने सेवाकाल में कश्मीर में जिम्मेवारी निभा चुके हैं और उनका स्थानीय लोगों से सीधा संवाद रहा। कश्मीरी लोग सीधा उनसे संवाद कर लेते थे और उनके कश्मीर दौरे में काफी लोग उनसे मिलने भी पहुंचते थे। वीरवार को लाल चौक पर भी श्रद्धांजलि समारोह हुआ था।
शुक्रवार को भी कार्यक्रमों का सिलसिला चलता रहा। गुलमर्ग में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में सेना, पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा स्थानीय लोगों व पर्यटकों ने भी जनरल बिपिन रावत को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे मच्छल सेक्टर के अंतर्गत पुशवारी, डबपाल और सुंटवारी में स्थानीय लोगों ने नमाज-ए-जुमा पर बलिदानी जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मच्छल के साथ सटे केरन सेक्टर और श्रीनगर, बांडीपोरा, बारामुला में भी विभिन्न मस्जिदोंं में नमाज के बाद लोगों ने जनरल बिपिन रावत व उनके साथियों की आत्मा की शांति के लिए विशेष दुआ की। विश्व प्रसिद्ध स्की रिर्साट गुलमर्ग में लगातार दूसरे दिन भी जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों का तांता रहा। सेना की ओर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में सेना, पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों व स्थानीय नागरिकों व पर्यटकों ने भी जनरल बिपिन रावत को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर स्थानीय गणमान्य नागरिकों ने बताया कि जनरल बिपिन रावत कश्मीर को अपना दूसरा घर मानते थे।