Jammu Kashmir: विदेश में फंसे कश्मीरियों को लाने पर सियासत, दुबई-सऊदी अरब में हैं 1700 नागरिक
अल्ताफ बुखारी ने भी कहा कि इस समय भी दुबई और सऊदी अरब में जम्मू कश्मीर के 1700 नागरिक हैं उन्हें जल्द लाने के लिए केंद्र सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में सियासत फिर जोर पकड़ने लगी है। विदेश में फंसे कश्मीरियों की वापसी को लेकर सभी राजनीतिकि दल सक्रिय हो चुके हैं और केंद्र सरकार पर इसके लिए दबाव बना रहे हैं। विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सभी जोर दे रहे हैं कि ईद से पहले विदेश से सभी कश्मीरियों को कश्मीर पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। नेशनल कांफ्रेंस के सांसद और वरिष्ठ नेता हसनैन मसूदी ने सोमवार को इस सिलसिले में विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की है।
जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने भी कहा कि इस समय भी दुबई और सऊदी अरब में जम्मू कश्मीर के 1700 नागरिक हैं, उन्हें जल्द लाने के लिए केंद्र सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए। अनंतनाग-पुलवामा से सांसद और नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता हसनैन मसूदी ने बताया कि उन्होंने दिल्ली में विदेश मंत्री से मुलाकात कर कहा है कि वंदे भारत मिशन सिर्फ छात्रों को वापस लाने तक सीमित नहीं होना चाहिए। इस समय दुबई, सऊदी अरब, ओमान, थाईलैंड, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, पाकिस्तान समेत कई मुल्कों में जम्मू कश्मीर के नागरिक कोविड-19 के लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं। इन्हें जल्द वापस लाने की व्यवस्था करनी चाहिए। इनके परिवार की मनोस्थिति को समझना होगा। मसूदी ने केंद्र से एतराज जताया है कि जम्मू कश्मीर के नागरिकों को विदेश से लाने के अभियान में कोई गति नहीं लाई जा रही है। इसलिए जम्मू कश्मीर के नागरिकों के लिए वाघा बार्डर खोला जाना चाहिए।
अल्ताफ बुखारी ने कहा कि केंद्र सरकार को दुबई और सऊदी अरब से जम्मू कश्मीर के लिए सीधी उड़ान का बंदोबस्त करना चाहिए। इस समय दुबई में जम्मू कश्मीर के करीब एक हजार और सऊदी अरब में करीब 700 नागरिक फंसे हुए हैं। इनमें व्यापारी, कर्मचारी और श्रमिक भी हैं। इन सभी लोगों को ईद से पहले ही कश्मीर लाने का बंदोबस्त करना चाहिए। उन्होंने इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। जम्मू कश्मीर में फंसे लोगों को भी उनके घर भेजना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी गुलाम नबी मोंगा ने कहा कि विदेश में फंसे छात्रों के अभिभावक घबराए हुए हैं।
वहां पर लोगों के पास पैसा भी खत्म हो रहा है। इसलिए कश्मीर के लिए सीधी उड़ान की व्यवस्था करनी चाहिए। सिर्फ श्रेय लेने की होड़ कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ एजाज वार ने कहा कि सभी को पता है कि केंद्र सरकार विदेश से फंसे नागरिकों को वापस ला रही है। रेल सेवा भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में यह दल और नेता सिर्फ श्रेय लेने के लिए ही कश्मीरियों की वापसी के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। इनके पास कोई मुददा नहीं है।