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जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर फंसे सात हजार वाहन

राज्य ब्यूरो जम्मू भूस्खलन से बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर हाईवे सोमवार को दूसरे दिन भी नहीं खुल

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 08:13 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 06:18 AM (IST)
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर फंसे सात हजार वाहन
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर फंसे सात हजार वाहन

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भूस्खलन से बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर हाईवे सोमवार को दूसरे दिन भी नहीं खुला सका, हालांकि रास्ते को यातायात योग्य बनाने का काम दिनभर जरी रहा। बताया जा रहा है कि जगह-जगह करीब सात हजार से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। प्रशासन ने यात्रियों व ट्रक चालकों के रहने के लिए नगरोटा से श्रीनगर के बीच 18 शेड बनाए हैं। ये वही शेड हैं, जो अमरनाथ यात्रा के दौरान लंगर समितियों को दिए जाते हैं। उधर, राजौरी व पुंछ जिलों से श्रीनगर को जोड़ने वाला मुगल रोड छठे दिन भी बंद रहा। इस मार्ग से बर्फ हटाने का काम भी जारी है। दोनों मार्ग बंद होने से कश्मीर का सड़क संपर्क देश के शेष भाग से पूरी तरह से कटा हुआ है।

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ट्रैफिक विभाग के अनुसार, मंगलवार दोपहर बाद ही जम्मू-श्रीनगर हाईवे खुलने की संभावना है। मार्ग खुलने पर सबसे पहले फंसे वाहनों को निकाला जाएगा। यातायात पूरी तरह सुचारू होने के बाद ही अन्य वाहनों को सड़कों पर उतरने की इजाजत दी जाए। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग वीरवार को भारी बर्फबारी के बाद बंद हो गया था। हालांकि बीच-बीच में राजमार्ग खुला और फंसे वाहनों को निकाला भी गया। रविवार शाम करीब चार बजे रामबन के पास डिगडोल में भूस्खलन होने से हाईवे को फिर से बंद कर दिया गया था। जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा का कहना है कि राजमार्ग खोलने का प्रयास जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही पस्सियां हटा दी जाएंगी।

गुलमर्ग में हिमस्खलन में दो सैन्यकुलियों की मौत :

उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे गुलमर्ग सब सेक्टर में हिमस्खलन में दो सैन्यकुलियों की मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि शनिवार रात गुलमर्ग सब सेक्टर में एलओसी पर स्थित अग्रिम सैन्य चौकी हिम्मत के पास हिमस्खलन हुआ था। उस समय वहां से एक सैन्यदल और सैन्य कुली गुजर रहे थे। हिमस्खलन शांत होते ही सैन्यकर्मियों ने राहत अभियान चलाया। सभी सैन्यकर्मियों के अलावा अधिकांश सैन्यकुलियों को बचा लिया गया, लेकिन दो सैन्य कुलियों का पता नहीं चला। सोमवार सुबह बचावकर्मियों ने दोनों लापता सैन्यकुलियों को बर्फ के एक बड़े तोदे के नीचे से निकाल लिया। दोनों की मौत हो गई थी। मृतकों की पहचान सज्जाद अहमद खान और इश्फाक अहमद खान के रूप में हुई है। यह दोनों ही उड़ी सेक्टर में एलओसी के साथ सटे बोनियार इलाके के रहने वाले थे।

16 को वादी फिर ओढ़ेगी बर्फ की चादर :

कश्मीर में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन 16 नवंबर से वादी में फिर भारी बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग के इंचार्ज डायरेक्टर मुख्तार अहमद ने कहा कि वादी के वायुमंडल में मौजूद पश्चिमी विक्षोभ फिलहाल निष्क्रिय पड़ा हुआ है। 15 से यह फिर से सक्रिय होना शुरू हो जाएगा और 16 को पूरी तरह से सक्रिय हो जाएगा। इसका प्रभाव 18 नवंबर की शाम तक रहेगा और इस बीच वादी के अधिकांश इलाकों में सामान्य से भारी बर्फबारी हो सकती है। इससे तापमान में और अधिक गिरावट आ सकती है। इस बीच सोमवार को वादी में मौसम शुष्क रहा, लेकिन आसमान दिनभर घने बादलों से ढका रहा। कुछउच्चपर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। तापमान आज भी सामान्य से नीचे बना रहा, जिससे लोग कड़ाके की ठंड से जूझते रहे। श्रीनगर में दिन का अधिकतम तापमान 7.3 व न्यूनतम 1.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।


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