जम्मू-कश्मीर: सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान भागा लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी निसार डार को किया गिरफ्तार
निसार अहमद डार ने सुरक्षाबलों को देखते ही भागने का प्रयास किया था लेकिन इस बार वह कामयाब नहीं हुआ। श्रीनगर में उसके साथ आए उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी निसार डार को गिरफ्तार कर लिया है। वह पहले कुल्लन गांदरबल में एक मुठभेड़ से बच गया था जिसमें एक पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया था। जानकारी हो कि गिरफ्तार हुआ लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी निसार डार हाल ही में एनकाउंटर के दौरान भागने में कामयाब हुआ था। फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है। वर्ष 2020 में श्रीनगर में किसी आतंकी के पकड़े जाने का यह पहला मामला है।
आतंकी निसार अहमद डार बहावोपोरा, बांडीपोर का रहने वाला है। उसे सेना की 13 आरआर और राज्य पुलिस विशेष अभियान दल एसओजी के एक संयुक्त कार्यदल ने बोन एंड जायंट अस्पताल बरजुला के पास गत रात एक विशेष सूचना के आधार पर पकड़ा है। वर्ष 2018 से सक्रिय निसार अहमद डार के पीछे सुरक्षाबल बीते कई दिनों से लगे हुए थे।
उन्होंने बताया कि निसार अहमद डार बीते साल नवंबर माह के दौरान कुल्लन, गुंड गांदरबल में अपने एक साथी संग सुरक्षाबलों की घेराबंदी में भी फंसगया था। इस दौरान हुई मुठभेड़ में वह बच निकला थ, लकिन उसका दूसरा साथी जो पाकिस्तानी था, मारा गया था। निसार अहमद डार का एक ओवरग्राऊंड वर्कर रईस अहमद लोन भी कुछ ही दिन पहले पकड़ा गया था। सूत्रों ने बताया कि निसार अहमद तीन-चार दिन पहले भी गांदरबल में सुरक्षाबलों की घेराबंदी में बच निकला था और उसके बाद वह श्रीनगर अाया था।
सूत्रों ने बताया कि निसार अहमद डार ने सुरक्षाबलों को देखते ही भागने का प्रयास किया था, लेकिन इस बार वह कामयाब नहीं हुआ। श्रीनगर में उसके साथ आए उसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। शुरुआती पूछताछ में उसने गांदरबल, बांडीपोर और श्रीनगर में सक्रिय लश्कर के कुछ आतंकियों और छह ओवरग्राऊंड वर्करों के नाम व उनके नेटवर्क के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। श्रीनगर में उसके दाखिल होने के पीछे उसके मकसद के बारे में पता लगाया जा रहा है। फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है।
वहीं नौशहरा सब डिवीजन के सीमावर्ती डब्बर क्षेत्र और अन्य इलाकों में आतंकवादियों की तलाश में सेना और पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी है। जानकारी के अनुसार दूसरी तरफ स्थानीय लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे सुबह छह बजे बाद घरों से निकलें और शाम पांच बजे तक घरों में चले जाएं। सेना और पुलिस ने लोगों से सहयोग का अनुरोध किया है। सेना और पुलिस ने संदिग्धों की तलाश में शुक्रवार को भी डब्बर गांव के अलावा खेरी, गरात, मंगलाई, पोठा गांवों में सर्च अभियान चलाया। इस दौरान लोगों से भी संदिग्धों के बारे में पूछताछ की। उन्होंने जंगलों में भी आपरेशन चलाया।सेना व पुलिस उन तीन संदिग्धों की तलाश में जुटी है जिन्होंने एक बक्करवाल परिवार के घर में पानी पीने के बाद सेना के ठिकानों व मुगल रोड के बारे में जानकारी हासिल करनी चाही थी।
जानकारी हो कि रात के अंधेरे में इन आतंकियों और सेना के बीच हुई मुठभेड़ में दो जवान शहीद हुए थे। पिछले तीन दिन से सेना लगातार इन आतंकवादियों की तलाश में जुटी है। क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की खबर के बाद कई गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है।