एक और बड़ा आत्मघाती हमला करने की फिराक में जैश
राज्य ब्यूरो श्रीनगर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद निकट भविष्य में राज्य में एक और बड़ा आत्म
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद निकट भविष्य में राज्य में एक और बड़ा आत्मघाती हमला करने की फिराक में है। इसके लिए कश्मीर में पहले से सक्रिय चार स्थानीय आत्मघाती आतंकियों के अलावा बीते दो माह के दौरान सरहद पार से दाखिल हुए जैश के एक दर्जन आतंकियों में शामिल दो आत्मघाती आतंकियों का कथित तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे इलाकों में जैश का दस्ता पाकिस्तानी सेना के सहयोग से एक बड़ी बैट कार्रवाई को अंजाम देने के लिए घुसपैठ की फिराक में है।
सूत्रों ने बताया कि पुलवामा हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियों को लगातार अपने नेटवर्क से जैश द्वारा एक और बड़ी विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देने की योजना की सूचना मिल रही हैं। अलबत्ता, यह हमला कब और कहां होगा, इसका पता लगाने के लिए राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी अपने पूरे तंत्र को सक्रिय कर रखा है। आडियो-वीडियो और पोस्टर जारी कर दी धमकी :
जैश ने दोबारा बड़ा हमला करने की धमकी बीते दो दिनों के दौरान अलग अलग आडियो-वीडियो और पोस्टर जारी कर दी है। सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे एक पोस्टर में जैश कमांडर ने सुरक्षाबलों को संबोधित करते हुए लिखा है कि जंग हमारे तुम्हारे बीच है। आओ हमारे साथ सामने आकर लड़ो। हम तैयार हैं। अभी तो सिर्फ शुरुआत है। गोरीपोरा मे 200 किलो आरडीएक्स था, वह तो एक खिलौना था, लेकिन अब हम 500 किलो आरडीएक्स इस्तेमाल करेंगे। चार स्थानीय आतंकियों की तलाश :
जैश ने अपनी इस धमकी में यह नहीं बताया है कि वह वाहन बम इस्तेमाल करेंगे या कुड ओर, लेकिन संबंधित सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि जिस तरह से कामरान और गाजी रशीद (¨पगलिना मुठभेड़ में मारे गए आतंकी) ने पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आदिल के अलावा चार अन्य स्थानीय आतंकियों को तैयार किया था, वह कहीं नहीं मिल रहे हैं। उसे देखते हुए जैश की धमकी को हल्के में नहीं लिया जा सकता। जैश इनका किसी भी समय इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए इन चारों की तलाश की जा रही है। इसके अलावा जिस तरह से पुलवामा हमले के बाद जैश और पाकिस्तान पर दबाव बना है, उसे देखते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी किसी बड़े हमले को जैश के जरिए अंजाम देते हुए उसकी जिम्मेदारी लेने के लिए हिज्ब या इस जैसे किसी अन्य आतंकी संगठन को आगे कर सकती है। सुरक्षा प्रतिष्ठान पर हमले का हो सकता है प्रयास :
सूत्रों के अनुसार, जो सूचनाएं मिल रही हैं, उसके मुताबिक जैश किसी बड़े सुरक्षा प्रतिष्ठान पर हमला कर सकता है। इस हमले में उसका आत्मघाती आतंकियों का दस्ता अंधाधुंध फाय¨रग करते हुए किसी शिविर में दाखिल हो सकता है। इस तरह के हमलों को जैश अपने अफजल गुरु स्क्वाड के जरिए पहले भी अंजाम दे चुका है। इसके अलावा वह किसी भीड़ भरे इलाकों में आइईडी लगा सकता है और इस धमाके में किसी वाहन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जैश ने पहले भी उत्तरी कश्मीर में एलओसी पर सैन्य प्रतिष्ठानों पर ऐसे हमले किए हैं। टंगडार, केरन, गुरेज व उड़ी में इसे दोहराने की आशंका है। इसके अलावा जम्मू संभाग में भी नापाक हरकत की जा सकती है। शिविरों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की बढ़ाई गई सुरक्षा :
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि जैश द्वारा दी गई हमले की धमकियों और खुफिया तंत्र द्वारा लगातार जुटाई जा रही सूचनाओं के आधार पर पूरी सतर्कता बरती जार ही है। उन सभी रास्तों पर विशेष चौकसी बरती जा रही है, जहां से आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। सभी सुरक्षा शिविरों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था की लगातार समीक्षा की जा रही है। इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण लोगों की सुरक्षा का भी लगातार आकलन करते हुए उसमें व्यापक सुधार किए जा रहे हैं। इसके अलावा जैश-ए-मोहम्मद, हरकत उल मुजाहिदीन व हरकत उल अंसार से जुड़े पुराने आतंकियों और उनके ओवरग्राउंड नेटवर्क की निशानदेही कर, उनकी गतिविधियों की निगरानी करते हुए उन्हें भी पूछताछ के लिए तलब किया जा रहा है।