Jammu And Kashmir : संटूर होटल से 34 सियासी बंदी एमएलए होस्टल में शिफ्ट किए
संटूर होटल से 34 सियासी बंदी एमएलए होस्टल में शिफ्ट किए भारी बर्फबारी के चलते होटल में ठंड से बचाव के हीटिंग प्रबंध नहीं थे सभी को अनुच्छेद 370 हटाने से पहले होटल में हिरासत मे
जम्मू, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में ठंड बढ़ते ही होटल संटूर में हिरासत में रखे गए 34 राजनीतिक बंदियों को एमएलए हॉस्टल में शिफ्ट कर दिया गया। प्रशासन ने सभी बंदियों को अनुच्छेद 370 हटाने से पहले होटल में हिरासत में लेकर रखा था। भारी बर्फबारी के चलते होटल में ठंड से बचाव के सही हीटिंग प्रबंध नहीं थे।
श्रीनगर में कड़ाके की ठंड के कारण नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कांफ्रेंस के नेताओं के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता भी सेहत खराब होने की शिकायत कर रहे थे। इनकी सुरक्षा में शामिल सुरक्षाबलों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा था। करीब पंद्रह दिन पहले से ही होटल से में बंदी राजनीतिकों को भी शिफ्ट करने की तैयारी हो रही थी। प्रशासन ने श्रीनगर शहर के मौलाना आजाद स्टेडियम में स्थित एमएलए होस्टल में इन्हें रखने के लिए जरूरी मरम्मत की। इसे अब वैकल्पिक जेल का दर्जा दिया गया है।
रविवार को इसमें सभी को शिफ्ट कर दिया। इन राजनीतिक बंदियों में पीपुल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन, नेशनल कांफ्रेंस के अली मुहम्मद सागर, पीडीपी के नईम अख्तर, पूर्व आइएएस शाह फैसल शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को शुक्रवार को टूरिस्ट हट से सरकारी आवास में शिफ्ट किया गया था।
तीन करोड़ का बिल सौंपा
संटूर होटल ने 34 राजनीतिक बंदियों को सौ दिन से अधिक तक रखने पर गृह विभाग को तीन करोड़ का बिल सौंपा है। यह होटल इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन का है। उसने यह बिल गृह विभाग को भेजा है। हालांकि होटल द्वारा सौंपे गए बिल पर प्रशासन सहमत नहीं है। उनका कहना है कि होटल को जेल में बदला गया है और सरकारी रेट पर बिल दिया जाएगा। सरकार एक दिन ठहरने का मात्र आठ सौ ही देती है लेकिन होटल प्रबंधन ने एक दिन ठहरने का पांच हजार रुपये मांगा है।