शाह फैसल ने अपना अलग दल बनाने का दिया संकेत
IAS Topper Shah Faesal. आइएएस टॉपर शाह फैसल ने अपना एक अलग सियासी दल बनाने का संकेत देते हुए लोगों से वित्तीय सहयोग का आग्रह किया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर रियासत की सियासत में आने वाले आइएएस टॉपर शाह फैसल ने बुधवार को अपना एक अलग सियासी दल बनाने का संकेत देते हुए लोगों से वित्तीय सहयोग का आग्रह किया है।
शाह फैसल ने राजनीति में अपना भविष्य तलाशने के लिए ही गत माह ही सरकारी सेवा से इस्तीफा दिया है। हालांकि उनके नेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने की अटकलें भी खूब हैं, लेकिन उन्होंने राज्य में पहले से मौजूद किसी राजनीतिक दल में शामिल होने से लेकिन अपना कोई दल बनाने के विकल्प खुले रखते हुए कहा था कि यहां बहुत से विकल्प हैं। सभी लोगों से विचार विमर्श के बाद ही मैं अपना अलग रास्ता शुरू करूंगा।
शाह फैसल ने गत सप्ताह ही श्रीनगर के राजबाग इलाके में अपना कार्यालय खाेला है। आज उन्होंने सोशल मीडिया की माइक्रो ब्लागिंग साइट ट्वीटर पर लिखा मैंने कभी ही साेचा था कि जम्मू कश्मीर में बरसों से जारी राजनीतिक गतिरोध को सामने लाने के लिए मेरे द्वारा की गई छोटी से अवज्ञा का यूं पूरी दुनिया में असर होगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि जम्मू कश्मीर में एक स्वच्छ सिद्धांतवादी राजनीति और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन का मेरा सपना एक जनांदोलन की शक्ल लेगा। लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अब मैंने एक निर्दलीय राजनीतिक सफर शुरू करने का फैसला किया है।
शाह फैसल ने आगे लिखा है, जनसेवा की इस नए दौर में, मेरा मिशन मानवता के वास्तविक लक्ष्य का समर्थन, गरीबों-पिछ़ड़ों कमजोर लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित बनाते हुए इस दुनिया में जहां कही भी अन्याय हो उसके खिलाफ आवाजा उठाना और सभी लोगों के कल्याणार्थ चाहे वह किसी भी रंग, जाति, क्षेत्र या धर्म से हों, काम करना है।
पूर्व नौकरशाह ने कहा कि मैं उस राजनीति की कल्पना करता हूं, जिसमें युवा बदलाव का नेतृत्व करते हुए अपने भविष्य की बागडोर अपने हाथों में लेंगे। मैं युवा नेताओं की उस नई पीढ़ी के साथ जुड़ना चाहता हूं, जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, कानून का राज, पर्यावरण संरक्षण और मानवाधिकारों के लिए खड़े हो सकें।
शाह फैसल ने कहा कि मेरा इरादा भारत के लोगों से मदद लेना, भारतीय सिविल सोसाइटी और बुद्धिजीवी वर्ग के साथ-साथ गठबंधन बना कश्मीर समस्या को लेकर जारी विचार को मानवीय बनाना है, ताकि जम्मू कश्मीर में स्थायी शांति बहाल हो सके।
उन्होंने कहा कि मेरा मिशन जम्मू कश्मीर के लोगों की संस्कृति, भय, सपने और उम्मीदों का पूरी दुनिया में सही तरीके से प्रतिनिधित्व करना है। मैं राज्य में शांति, सद्भाव, समन्वय का वातावरण बनाने के लिए जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, पीरपंचाल और चिनाब घाटी के लोगों के बीच संवाद में सहायक बनने का इच्छ़ुक हूं।
शाह फैसल ने कहा कि मेरा यकीन है कि विकास और सम्मान एक साथ ही होना चाहिए और हम सभी को जम्मू जम्मू कश्मीर के लोगों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, बिजली व अन्य नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए उन्हें सुरक्षा एवं विश्वास का माहौल प्रदान करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने आगे लिखा है कि यह लोगों की मूवमेंट है, यह एक जनांदोलन है जिसे जनता द्वारा ही वित्तपोषित किया जाएगा। सिर्फ जनता ही वही एजेंसी है, जो इसे कामयाब बनाएगी। मेरा यकीन करो, मेरे साथ इस लंबे और मुश्किल सफर में संयम रखो और इस कार्य के लिए दान दो।