Move to Jagran APP

पूर्व सीएम महबूबा ने सेना की क्षमता पर उठाए सवाल

पाकिस्तान के प्रति लगाव जाहिर करते-करते पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भारतीय सेना की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कश्मीर में आतंकी हिंसा के मुद्दे पर पाकिस्तान को परोक्ष रूप से क्लीन चिट दे दी। तंज कसा कि आखिर हमारी फौज क्या कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 Apr 2022 05:59 AM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2022 05:59 AM (IST)
पूर्व सीएम महबूबा ने सेना की क्षमता पर उठाए सवाल
पूर्व सीएम महबूबा ने सेना की क्षमता पर उठाए सवाल

राज्य ब्यूरो, जम्मू: पाकिस्तान के प्रति लगाव जाहिर करते-करते पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भारतीय सेना की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कश्मीर में आतंकी हिंसा के मुद्दे पर पाकिस्तान को परोक्ष रूप से क्लीन चिट दे दी। तंज कसा कि आखिर हमारी फौज क्या कर रही है। यहा सुरक्षा बलों के 10 लाख जवान हैं, अगर वे 100-150 आतंकियों से नहीं निपट सकते तो क्या कर रहे हैं। सुरक्षा बलों को पूरे अधिकार दिए गए हैं, इसके बावजूद आतंकी हिंसा है तो जरूर हमारे घर में ही खामी होगी। पीडीपी अध्यक्ष शुक्रवार को जम्मू में थीं। यहां पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने केंद्र सरकार पर देश में साप्रदायिक तत्वों को बढ़ावा देने और धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के डीएनए में ही पंथनिरपेक्षता है। भाजपा इस पंथनिरपेक्षता और बहुलवादी परंपरा को पूरी तरह से भंग करना चाहती है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में बोलीं- उनके बारे में क्या बात की जाए, हमारे प्रदेश में ही हमारी जामिया मस्जिद बंद रखी गई है। जुमात उल विदा पर भी वहा नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं है। मस्जिदों से लाउड स्पीकर उतरवाए जा रहे हैं, कल हलाल का मुद्दा उठाया जाएगा। हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव पैदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश को पाकिस्तान से सबक लेना चाहिए। वहां धर्म का दुरुपयोग हुआ और आज तबाही के कगार पर जा पहुंचा है। वहा मजहब के नाम पर लोगों को बंदूकें दी गई। आज यही हमारे मुल्क में हो रहा है। बुलडोजर इस्तेमाल हो रहे हैं, लोग तलवारें लेकर जुलूस निकाल रहे हैं। बिजली-पानी की किल्लत का भी मुद्दा उठाया

loksabha election banner

महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार बिजली, पानी, रोजगार देने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है। इसलिए अब वह लोगों को हिंदू-मुस्लिम के खिलाफ लड़ा रही है। अगर यही सब जारी रहा तो आने वाला वक्त बुरा होगा। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश की अपनी जलविद्युत परियोजनाएं दी जातीं तो बिजली में हम आत्मनिर्भर होते और यह आमदनी का जरिया भी बनतीं। पीएजीडी के मिलकर चुनाव लड़ने को सही ठहराया

पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लरेशन (पीएजीडी) के मिलकर चुनाव लड़ने पर महबूबा ने कहा कि यह सही है। पाच अगस्त 2019 को जो हुआ, उसे रोकने के लिए भाजपा को हराना जरूरी है। आज हमारे युवाओं का कोई भविष्य नहीं है। हमारे संसाधन दूसरों को दिए जा रहे हैं। बाहर से आने वाले लोग आसानी से जमीनें खरीदें इसलिए स्टाप ड्यूटी में 50 प्रतिशत की कटौती की गई है। वाजपेयी के बहाने पाकिस्तान से वार्ता की वकालत

कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ बातचीत की फिर वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि सभी संबंधित पक्षों से बातचीत होनी चाहिए। बिना बातचीत के कश्मीर मसला हल नहीं होगा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक में बनाए गए संग्रहालय में लिखा गया है कि उन्होंने कश्मीर में शाति प्रक्रिया बहाल की, लेकिन अफसोस की इस प्रक्रिया को नष्ट किया गया है। कश्मीर मसला तभी हल होगा जब वाजपेयी जी के कश्मीर मिशन को आगे ले जाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.