श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ विश्राम स्थल 31 अक्टूबर तक होंगे क्रियाशील
मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने वीरवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ विश्राम स्थल 31 अक्टूबर तक क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया है। वीरवार को एक बैठक में जम्मू कश्मीर में जारी विभिन्न सड़क परियोजनाओं का जायजा लेते हुए उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण को आठ विश्राम स्थलों के अलावा एनएच-44 पर 30 नवंबर तक तीन पाìकग वे तैयार करने को कहा ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा के दौरान यात्रियों को दिक्कत न हो।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने वीरवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ विश्राम स्थल 31 अक्टूबर तक क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया है। वीरवार को एक बैठक में जम्मू कश्मीर में जारी विभिन्न सड़क परियोजनाओं का जायजा लेते हुए उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण को आठ विश्राम स्थलों के अलावा एनएच-44 पर 30 नवंबर तक तीन पाìकग वे तैयार करने को कहा ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा के दौरान यात्रियों को दिक्कत न हो। नागरिेक सचिवालय में बैठक में सड़क परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वह अपने अपने कार्याधिकार क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के विकास में आ रही दिक्कतों को तुरंत दूर करें। उन्होंने ट्रैफिक प्रशासन को निर्देश दिया कि श्रीनगर जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसी वाहन के खराब होने या दुर्घटनाग्रस्त होने पर टै्रफिक जाम की स्थिति को दूर करने में लगने वाले समय को घटाकर 15 मिनट तक सीमित करने के लिए कहा। उन्होंने एनएचएआइ को रामबन-बनिहाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना और भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील सभी स्थानों पर क्रैश बैरियर लगाने का निर्देश दिए। सिंगल लेन ड्राइविंग जोन भी चिन्हित किया जाना चाहिए। मुख्य सचिव ने बैठक में जोजिला और जेड मोड़ सुरंग के अलावा दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेसवे, जम्मू-अखनूर-पुंछ सड़क परियोजनाओं का भी जायजा लिया। 1250 वरिष्ठ सहायकों के सबसे बड़े दल को प्रशिक्षित करेगा इम्पार्ड
जम्मू कश्मीर प्रदेश के अधीनस्थ 68 विभागों के 1250 वरिष्ठ सहायकों को जम्मू-कश्मीर इम्पार्ड प्रशासनिक कामकाज का प्रशिक्षण देगा। यह जम्मू कश्मीर इम्पार्ड में अब तक का सबसे बड़ा एकल प्रशिक्षण बैच होगा। जेके इम्पार्ड के महानिदेशक ने बैठक में प्रस्तावित प्रशिक्षण कार्यशाला की तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए उक्त बैच को प्रतिनियुक्त करने हेतु मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता और सामान्य प्रशासन विभाग के प्रयासों की सराहना की। बैच को आचरण नियम, ई-गवर्नेंस, जीएफआर-2017, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम-2019, जेकेएसपीएवाई, बजट मैनुअल, सिविल सेवा नियम आदि में प्रशिक्षण दिया जाएगा। 1250 वरिष्ठ सहायक विभिन्न विभागों में शासन की रीढ़ हैं, इम्पार्ड उक्त बैच को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न डोमेन में विशेषज्ञों, संकाय और आईएएस और केएएस के वरिष्ठ अधिकारियों की सेवाओं का उपयोग करेगा। जीएडी और इम्पार्ड की यह विशेष संयुक्त पहल एक दशक से अधिक समय से गतिरोध का सामना कर रहे उक्त अधिकारियों की पदोन्नति में तेजी लाने के लिए डिजाइन की गई है।