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ईडी ने कश्मीर में सलाउद्दीन की 13 संपत्तियां की जब्त

राज्य ब्यूरो श्रीनगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में आतंकियो

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Mar 2019 09:36 AM (IST)Updated: Wed, 20 Mar 2019 09:36 AM (IST)
ईडी ने कश्मीर में सलाउद्दीन की 13 संपत्तियां की जब्त
ईडी ने कश्मीर में सलाउद्दीन की 13 संपत्तियां की जब्त

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में आतंकियों की 13 संपत्तियों को जब्त किया है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में आतंकी और अलगाववादी संगठनों की वित्तीय आक्सीजन रोकने की कवायद के तहत की गई है। यह कार्रवाई हिजबुल मुजाहिदीन के चीफ कमांडर सैयद सलाउद्दीन के खिलाफ दर्ज आतंकी फंडिग से जुड़े मामले में की है।

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ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत एक प्रोविजनल कैलेंडर जारी कर 1.22 करोड़ रुपये मूल्य की 13 संपत्तियां जब्त करने का आदेश दिया है। ईडी के मुताबिक, यह सभी संपत्तियां बांडीपोरा के रहने वाले मोहम्मद शफी शाह और जम्मू कश्मीर के छह अन्य नागरिकों के नाम पर हैं। यह सभी लोग आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के लिए काम करते हैं। ईडी ने कहा कि उसने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कार्रवाई (यूएपीए) के तहत सलाउद्दीन, शफी शाह और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र का संज्ञान देने के बाद इस पर पीएमएलए का मामला दर्ज किया है। मोहम्मद शफी शाह और तीन अन्य लोग टेरर फंडिग के सिलसिले में पहले से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि राज्य में सक्रिय स्थानीय आतंकियों के सबसे बड़े संगठन का नाम हिजबुल मुजाहिदीन है। सलाउद्दीन इसका चीफ कमांडर है। मूलत: जिला बड़गाम के सोईबुग का रहने वाला मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सलाउद्दीन 1991 के बाद से गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद और पाकिस्तान के रावलपिडी से ही अपनी गतिविधियां चला रहा है। उसे पाकिस्तान की सरकार और सेना का पूरा समर्थन प्राप्त है।

सलाउद्दीन जम्मू कश्मीर अफेक्टीज रिलीफ ट्रस्ट (जेकेएआरटी) नामक एक ट्रस्ट के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और पाकिस्तान और अन्य मुल्कों में स्थित विभिन्न संगठनों की मदद से हवाला, ह्यूमन कूरियर और क्रॉस एलओसी ट्रेड का इस्तेमाल करते हुए जम्मू कश्मीर में आतंकी और अलगाववादी गतिविधियों के लिए पैसा भेजता है।

ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि सलाउद्दीन द्वारा विभिन्न माध्यमों से कश्मीर में भेजे जाने वाले पैसे का इस्तेमाल राज्य में सक्रिय आतंकियों और मारे गए हिज्ब आतंकियों के परिजनों में बांटा जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी अगस्त 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन को एक विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है। सलाउद्दीन न सिर्फ हिज्ब का चीफ कमांडर है बल्कि वह जम्मू कश्मीर में सक्रिय विभिन्न आतंकी संगठनों के साझा मंच यूनाइटेड जिहाद काउंसिल का भी चेयरमैन है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने 2017 में सलाउद्दीन के पुत्र सैयद शाहिद यूसुफ को टेरर फंडिग के मामले में गिरफ्तार किया था। वह राज्य कृषि विभाग में कार्यरत था और एनआइए की ओर से गिरफ्तार किए जाने के बाद राज्य सरकार ने उसे सरकारी सेवा से निलंबित कर दिया था।

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