कश्मीर में 2017 से सक्रिय पाकिस्तानी आतंकी गिरफ्तार
Dilbag Singh. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती में कमी आई है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने बुधवार को वादी में वर्ष 2019 में अब तक 70 आतंकियों के मारे जाने का दावा करते हुए कहा कि आतंकवाद के समूल नाश तक आतंकरोधी अभियान जारी रहेंगे। हम आतंकवाद को फिर से सिर नहीं उठाने देंगे।
यहां पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद वकास को मीडिया के समक्ष पेश करने के बाद राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और आईजी सीआरपीएफ की मौजूदगी में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने बताया कि इस साल अब तक वादी में 69 आतंकी मारे गए हैं। इसके अलावा 12 आतंकियों को पकड़ा गया है। उन्हाेंने बताया कि 41 आतंकी तो गत 14 फरवरी को लिथपोरा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए जैश के आतंकी हमले के बाद चलाए गए अभियानों में मारे गए हैं। इनमें 25 आतंकी जैश ए मोहम्मद के थे।
पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद वकास उर्फ छोटा दुजाना को दो दिन पहले मीरगुंड पटटन के इलाके में पकड़ा गया था। वह पाकिस्तान में पंजाब प्रांत का रहने वाला है और वर्ष 2017 से उत्तरी कश्मीर में सक्रिय था।
कोर कमांडर ने कहा कि इस समय कश्मीर में जैश ए मोहम्मद का लगभग सफाया किया जा चुका है। उसके बारे में 25 आतंकियों में से 13 पाकिस्तान के रहने वाले थे। जैश के अधिकांश ओवरग्राउंड वर्कर भी पकड़ जा चुके हैं। इस समय स्थिति यह है पाकिस्तान बैठे आतंकी सरगनाओं और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआई की तमाम कोशिशों के बावजूद जैश ए मोहम्मद की कमान संभालने के लिए वादी में कोई आतंकी कमांडर सामने नहीं आ रहा है। हम जैश समेत सभी आतंकी संगठनों को पूरी तरह समाप्त करने के अभियान जारी रखेंगे।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह के मुताबिक, आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती में कमी आई है। 2018 में 272 आतंकियों को मार गया और बड़ी संख्या में गिरफ्तारी भी हुई हैं।
इस मौके पर केजेएस ढिल्लों, जीओसी 15 कॉर्प्स ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन पूरी क्षमता के साथ जारी रहेगा, हम आतंकवाद को बढ़ने नहीं देंगे। इस साल अब तक 69 आतंकी मारे और 12 पकड़े गए हैं।
उनके मुताबिक, रुलिनावमा की घटना के बाद 41 आतंकियों को मार गिराया गया है। इसमे से 25 जेश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे। इनमें से 13 लोग पाकिस्तानी थे।
उन्होंने कहा कि हमने जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष नेतृत्व को टारगेट किया है। स्थिति यह है कि घाटी में कोई भी अब इस संगठन के नेतृत्व के लिए आगे नहीं आ रहा है। पाकिस्तान की लगातार कोशिशों के बाद भी यह स्थिति है, हम उन्हें कुचलने की कोशिश जारी रखेंगे।