परिसीमन प्रक्रिया पूरी, जम्मू कश्मीर में डीडीसी चुनाव की घोषणा किसी भी समय संभव
जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषदों के गठन की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए सभी जिलों में निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो गई। प्रदेश के सभी 20 जिलों में जिला विकास परिषदों के गठने के लिए कुल 2
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषदों के गठन की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए सभी जिलों में निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो गई। प्रदेश के सभी 20 जिलों में जिला विकास परिषदों के गठने के लिए कुल 280 निर्वाचन क्षेत्र होंगे। प्रत्येक जिले में 14 निर्वाचन क्षेत्र बनाए गए हैं। शहरी निकाय के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को इससे बाहर रखा गया है। जिला विकास परिषदों के लिए निर्वाचन क्षेत्रों को तय करने के बाद चुनाव अधिकारी अब किसी भी समय जिला विकास परिषद के चुनाव घोषित कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर पंचायत राज अधिनियम 1996 में गत सप्ताह ही संशोधन किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार भारतीय संविधान का 73वा संशोधन पूरी तरह से लागू होगा। यह संशोधन त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था की बात करता है।
प्रदेश प्रशासन द्वारा अधिसूचित चुनाव प्राधिकरण ने सोमवार शाम को जिला विकास परिषदों के लिए 280 निर्वाचन क्षेत्रों को अधिसूचित कर दिया है। इन निर्वाचन क्षेत्रों की घोषणा से पूर्व संबधित पक्षों से आपत्तिया, सुझाव मागे गए थे। जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हृदयेश कुमार ने जारी आदेश में परिसीमन से संबधित सभी आपत्तियों, सुझावों व संशोधनों के आधार पर 280 निर्वाचन क्षेत्र तय कर दिए।
प्रत्येक जिले के प्रस्तावित निर्वाचन क्षेत्रों के प्रारुप को लेकर राय व सुझाव 23 अक्टूबर तक आमंत्रित किए गए थे। आम लोगों से प्राप्त होने वाली आपत्तियों, सुझावों संशोधनों की समीक्षा व उन पर समुचित कार्रवाई के लिए प्रत्येक जिलाधीश की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई थी।
चुनाव की घोषणा से पूर्व ही प्रशासन ने सुरक्षा और अन्य प्रबंधों के लिए तैयारी आरंभ कर दी है। खासकर कश्मीर घाटी में चुनाव के लिए प्रशासन को अतिरिक्त प्रबंध करने होते हैं। जम्मू रेंज के आइजी मुकेश सिंह ने सोमवार को राजौरी-पुंछ में सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया। प्रदेश में 13257 पंचायत प्रतिनिधियों के पद हैं खाली
प्रदेश में अक्टूबर 2018 में कुल 4,483 पंचायतों में 39,321 सरपंच और पंच प्रतिनिधियों के लिए चुनाव हुए थे। इनमें से 13,257 पद खाली हैं। इनमें से सरपंच के 1089 और पंच के 12,168 पद हैं। इसके अलावा 33 ब्लॉक विकास परिषदों का भी गठन नहीं हो पाया है। फिलहाल कश्मीर घाटी में पंच के 11,457 और सरपंच के 887 व जम्मू संभाग में पंच के 182 और सरपंच के 24 पद खाली हैं। अंदाजा है कि जिला परिषदों के साथ इन पदों पर भी चुनाव की घोषणा हो सकती है।