कश्मीर में सांस्कृतिक गतिविधियां शूरू, नाटक का मंचन
कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने के साथ ही कश्मीर संभाग में ठप पड़ी सांस्कृतिक व कला संबंधित गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं। कई महीनों के बाद बुधवार को श्रीनगर के टैगोर हॉल में एक आरमिन नाटक का मंचन किया गया। इस नाटक का बड़ी संख्या में दर्शकों ने लुत्फ उठाया। इस दौरान कोरोना से बचाव संबंधी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया। सांस्कृतिक मंत्रालय की ओर से प्रायोजित आरमिन नाटक का आयोजन नेशनल भांड थियेटर ने किया।
संवाद सहयोगी, श्रीनगर : कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने के साथ ही कश्मीर संभाग में ठप पड़ी सांस्कृतिक व कला संबंधित गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं। कई महीनों के बाद बुधवार को श्रीनगर के टैगोर हॉल में एक आरमिन नाटक का मंचन किया गया। इस नाटक का बड़ी संख्या में दर्शकों ने लुत्फ उठाया। इस दौरान कोरोना से बचाव संबंधी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया। सांस्कृतिक मंत्रालय की ओर से प्रायोजित आरमिन नाटक का आयोजन नेशनल भांड थियेटर ने किया।
नेशनल भांड थियेटर के महा सचिव मंजूर उल हक ने बताया कि टैगोर हाल में आरमिन नाटक के मंचन करने का मकसद कला व सांस्कृतिक गतिविधियों को फिर से बहाल करना था। उन्होंने कहा कि वैसे भी घाटी में कभी सियासी तो कभी मौसमी हालात के चलते सांस्कृतिक गतिविधियां अधिकांश समय बंद ही रहती हैं। ऊपर से कोरोना महामारी ने इन गतिविधियों को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया। हालांकि, कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी कुछ सांस्कृतिक गतिविधियां जिनमें मुशायरे व म्यूजिकल कंसर्ट आदि शामिल हैं, वर्चुअल मोड पर आयोजित की गई लेकिन नाटकों का मंचन बिलकुल ठप होकर रह गया। हक ने कहा कि ऐसे में हमने सोचा कि क्यों नहीं ट्रायल के लिए भांडपाथर के माध्यम से नाटक का मंचन किया जाए। उसके बाद नाटक का मंचन कर दर्शकों का मनोरंजन करने की कोशिश की गई। नाटक मंचन के दौरान उमड़ी दर्शकों की भीड़ से हमारा हौसला और बढ़ गया है। हक ने कहा कि 11 नवंबर को हम टैगोर हॉल में एक और नाटक का मंचन करने जा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि उस दिन भी दर्शक हमारा साथ देंगे।