स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुरक्षित रख कर मरीजों को भी है बचाना: सिन्हा
स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना सक्रमण से बचाते हुए मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए। इसीलिए उन्होंने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दूरदराज के इलाकों के लोगों को इलाज के लिए फोन पर सलाह (टेली कंसल्टेशन) की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का पहला लक्ष्य है कि स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना सक्रमण से बचाते हुए मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए। इसीलिए उन्होंने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि दूरदराज के इलाकों के लोगों को इलाज के लिए फोन पर सलाह (टेली कंसल्टेशन) की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इस सेवा का व्यापक विस्तार किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। यही नहीं, उपराज्यपाल ने घरों में आइसोलेट लोगों की प्रभावी तरीके से निगरानी के भी निर्देश दिए हैं।
उपराज्यपाल ने कोविड टास्क फोर्स, जिला उपायुक्तों और पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि टेस्टिग, ट्रेसिग, ट्रीटमेंट, कोरोना उपयुक्त व्यवहार और वैक्सीनेशन में कोई ढिलाई नहीं बरती जाए। कोरोना से लड़ाई के लिए ये सारी चीजें जरूरी हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह कोरोना उपयुक्त व्यवहार को लागू करने के लिए सख्त कदम उठाएं और संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जाए। लोगों को कोरोना उपयुक्त व्यवहार के प्रति जागरूक किया जाए।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हमें स्वास्थ्य कर्मियों, मरीजों और समुदाय की सुरक्षा के लिए कदम उठाने होंगे। हमारा ध्यान स्वास्थ्य ढांचे, आक्सीजन की उपलब्धता, वेंटिलेटर, आवश्यक दवाइयों पर होना चाहिए। बैठक में अधिकारियों ने उपराज्यपाल को जिला स्तर पर कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताया।
बैठक में बताया गया कि संक्रमण से निपटने के लिए कोरोना वार रूम के कामकाज, हेल्पलाइन, जागरूकता अभियान, कोरोना उपयुक्त व्यवहार अपनाने के साथ ही कोविड किट का वितरण भी किया गया है। बैठक में उपराज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर, मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अटल ढुल्लु मौजूद रहे। टीकाकरण अभियान की स्थिति जांची
उपराज्यपाल ने 15 से 17 वर्ष की आयु के लिए वैक्सीनेशन के अभियान के बारे में भी पूछा है। उन्होंने 60 वर्ष से अधिक के फ्रंटलाइन वर्करों और स्वास्थ्य कर्मियों को सतर्कता डोज दिए जाने पर भी चर्चा की। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक भारद्वाज ने कोरोना के मामलों की जिलेवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 से 17 साल की आयु वर्ग में कुलगाम, शोपियां, अनंतनाग, गांदरबल और पुंछ में वैक्सीनेशन की पहली डोज की सौ प्रतिशत कवरेज हो चुकी है। इस वर्ग में प्रदेश के शेष जिलों में भी 70 प्रतिशत किशोरों को टीका लगाया जा चुका है। हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार करें
जिला उपायुक्तों और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वह कोरोना हेल्पलाइन के नंबर और अन्य इमरजेंसी कांटेक्ट नंबर का प्रचार प्रसार करें।