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Article 35A: जम्मू-कश्मीर में इसी माह शुरू होगी बोर्ड परीक्षा, केंद्रों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त

कश्मीर घाटी में आतंकियों व अलगाववादियों के जबरन बंद के फरमान के कारण छात्र स्कूलों में तो नहीं आ रहे हैं लेकिन वह वार्षिक बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 08:24 AM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 08:24 AM (IST)
Article 35A: जम्मू-कश्मीर में इसी माह शुरू होगी बोर्ड परीक्षा, केंद्रों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त
Article 35A: जम्मू-कश्मीर में इसी माह शुरू होगी बोर्ड परीक्षा, केंद्रों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी में आतंकियों व अलगाववादियों के जबरन बंद के फरमान के कारण छात्र स्कूलों में तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन वह वार्षिक बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इसके लिए वह कम्युनिटी स्कूल और आसपास रहने वाले अध्यापकों की मदद ले रहे हैं। प्रशासन ने भी बोर्ड परीक्षा के लिए आवश्यक तैयारियों के साथ ही सुरक्षा प्रबंधों को अंतिम रूप देना शुरूकर दिया है।

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वादी में राज्य स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं, 11वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं सामान्य परिस्थितियों में अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में होती हैं। कई बार अक्टूबर के अंत या नवंबर के दूसरे सप्ताह में भी परीक्षाओं का आयोजन किया गया है। अब हालात में सुधार को देखते हुए राज्य प्रशासन ने शिक्षाविदें, बुद्धिजीवी संगठनों, राज्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों, विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधकों व अभिभावक संगठनों के प्रतिनिधियों से विचार विमर्श के बाद बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का फैसला किया है।

12वीं में 50 हजार और मैट्रिक में 80 हजार छात्र देंगे परीक्षा

राज्य स्कूल शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना नाम न छापे जाने की शर्त पर कहा कि विभिन्न स्कूलों के प्रबंधकों से पता चला है कि 12वीं कक्षा का लगभग 65 फीसद सिलेबस पांच अगस्त तक पूरा हो चुका था। 10वीं का सिलेबस भी 50-60 फीसद पूरा हो चुका था। छात्रों की सही संख्या का पता बोर्ड कार्यालय से ही चलेगा, लेकिन एक अनुमान के मुताबिक 12वीं कक्षा में करीब 50 हजार छात्र बोर्ड परीक्षा में बैठेंगे, जबकि मैट्रिक में यह संख्या करीब 80 हजार है।

स्कूल खुलने के बाद यहां सिर्फ तीन बार आई हूं : सादिया

कोठीबाग गल्र्स हायर सेकेंडरी में 12वीं कक्षा की छात्रा सादिया जान ने कहा कि करीब 15 दिन पहले हमारा स्कूल खुला था। उसके बाद मैं सिर्फ तीन बार ही यहां आई हूं। अगस्त और सितंबर के दौरान मुहल्ले में कुछ अध्यापकों ने अपने घरों में कम्युनिटी स्कूल शुरू की थी। मैंने उसमें हिस्सा लेकर सिलेबस पूरा किया है। फिजिक्स और मैथ्स के कई टॉपिक पर अपनी पकड़ बनाई है। मेरे जैसी वहां करीब 50 लड़कियां आती हैं। लड़के भी आते हैं। सभी को अलग-अलग समूहों में पढ़ाया जाता है। वहीं, शिराज अहमद नामक एक छात्र ने कहा गवर्नमेंट को सिलेबस में कम से कम 40 फीसद कटौती करनी चाहिए।

हम पैसा नहीं लेते, इंजीनियर व डॉक्टर भी आते हैं पढ़ाने : नाहिद

श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र नौगाम में कम्युनिटी स्कूल चलाने वाली नाहिद ने कहा कि शुरू में हम सिर्फ तीन घंटे पढ़ाते थे, लेकिन अब पूरा दिन पढ़ाना पड़ता है। परीक्षा नजदीक आने से छात्रों की संख्या बढ़ रही है। स्कूल प्रबंधकों ने भी बच्चों के लिए विभिन्न विषयों में डिजिटल लेक्चर तैयार कर उन्हें पेनड्राईव और सीडी में उपलब्ध कराया है। हम किसी से कोई पैसा नहीं लेते। यहां कई इंजीनियर और डॉक्टर भी पढ़ाने आते हैं।

बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेटशीट जारी कर दी : वीणा पंडिता

जम्मू कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजूकेशन के चेयरपर्सन वीणा पंडिता ने कहा कि परीक्षाओं का आयोजन हमारे जिम्मे है। हमने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेटशीट जारी कर दी है। 10वीं की बोर्ड परीक्षा 23 अक्टूबर और 12वीं की 29 अक्टूबर को शुरू होगी।

परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त किया गया : फारूक अहमद

शिक्षा मामलों का जिम्मा संभाल रहे राज्यपाल के सलाहकार फारूक अहमद खान ने कहा कि हमने छात्रों के हितों को सुनिश्चित बनाने के लिए ही परीक्षाओं के आयोजन का फैसला किया है। परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त किया गया है।


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