पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल हुए आबिद अंसारी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : शुक्रवार को पूर्व विधायक आबिद हुसैन अंसारी भी सज्जाद गनी लोन के नेतृत्व व
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : शुक्रवार को पूर्व विधायक आबिद हुसैन अंसारी भी सज्जाद गनी लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल हो गए। गौरतलब है कि अंसारी ने गत सप्ताह ही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से औपचारिक तौर पर इस्तीफा दिया है। श्रीनगर में जडीबल विधानसभा क्षेत्र से 2014 में चुनाव जीतने वाले आबिद हुसैन अंसारी पूर्व मंत्री इमरान रजा अंसारी के चाचा हैं। जून में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार भंग होने से पूर्व ही आबिद हुसैन अंसारी ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ बागी तेवर अपना लिए थे। उन्होंने महबूबा मुफ्ती पर कश्मीर में एक वर्ग विशेष की उपेक्षा व कुछ खास लोगों की मर्जी से ही विकासात्मक परियोजनाओं को हरी झंडी देने का आरोप लगाया था। गठबंधन सरकार भंग होने के बाद वह और इमरान रजा अंसारी ने सबसे पहले बगावत का झंडा बुलंद करते हुए महबूबा मुफ्ती पर राज्य को तबाह करने का आरोप लगाया था। उन्होंने महबूबा की नेतृत्व क्षमता पर भी सवालिया निशान लगाया था।
हालांकि इमरान रजा अंसारी और आबिद अंसारी ने जून में ही पीडीपी से किनारा कर लिया था लेकिन औपचारिक रूप से इस्तीफा नहीं दिया था। नवंबर के अंतिम सप्ताह में इमरान अंसारी ने औपचारिक रूप से पीपुल्स कांफ्रेंस का दामन थाम लिया था, लेकिन उनके चाचा आबिद अंसारी ने औपचारिक तौर पर पीडीपी को छोड़ा और न पीपुल्स कांफ्रेंस का दामन थामा। गत सप्ताह आबिद हुसैन अंसारी ने पीडीपी से औपचारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया और आज वह पीपुलस कांफ्रेंस में शामिल हो गए।
पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल होने के बाद एक संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि पीडीपी अब आम लोगों की नहीं बल्कि कुछ खास लोगों की जमात बन गई है। पीडीपी उन उसूलों से दूर हो गई है जिनकी बुनियाद पर वह बनी थी। पीडीपी में एक एमएलए की कोई अहमियत नहीं है। मेरी वहां उपेक्षा होती रही। मेरे विधानसभा क्षेत्र से जुड़े विकास कार्यो को हमेशा उपेक्षित रखा गया इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी।