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इस साल 62 दिनों में 60 सुरक्षाकर्मी हो चुके शहीद

राज्य ब्यूरो श्रीनगर कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में यह साल सुरक्षाबलों के लिए क

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Mar 2019 02:18 AM (IST)Updated: Tue, 05 Mar 2019 02:18 AM (IST)
इस साल 62 दिनों में 60 सुरक्षाकर्मी हो चुके शहीद
इस साल 62 दिनों में 60 सुरक्षाकर्मी हो चुके शहीद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में यह साल सुरक्षाबलों के लिए कोई बेहतर नहीं रहा है। इस साल विभिन्न आतंकरोधी अभियानों और आतंकी हमलों में 60 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं। इस दौरान 37 आतंकी और सात नागरिक भी मारे गए हैं।

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अधिकारियों ने बताया कि पहली जनवरी से तीन मार्च 2019 तक घाटी के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच 17 मुठभेड़ें हुई हैं। इनमें से 13 पुलवामा, कुलगाम, अनंतनाग और शोपियां में ही हुई हैं। जबकि एक मुठभेड़ सेंट्रल कश्मीर के जिला बडगाम के चरार ए शरीफ इलाके में हुई है। अन्य तीन मुठभेड़ें उत्तरी कश्मीर के बिन्नर बारामुला, वारपोरा सोपोर और बाबगुंड हंदवाड़ा में हुई हैं। मारे गए 37 आतंकियों में 28 स्थानीय

इन 17 मुठभेड़ों में मारे गए 37 आतंकियों में 28 स्थानीय हैं। इनमें जीनत उल इस्लाम, शकूर अहमद पर्रे, तौसीफ ठोकर, जुबेर अहमद, शकील डार, सब्जार अहमद, सईद रब्बानी, तौसीफ अहमद, डॉ. शम्मसुल हक मेंगनु, आमिर अहमद बट, शोएब अहमद शाह, सुहैब फारूक अखून, मोहसिन मुश्ताक बट, नासिर अहमद दर्जी, साकिब शफी, इनायत अब्दुल्ला जरगर, शाहिद मुश्ताक बाबा, इरफान अहमद शेख, वसीम बशीर राथर, जाहिद पर्रे, इद्रीस बट, आकिब नजीर परवेज बट, हिलाल अहमद राथर, हिलाल अहमद वानी, शोएब अहमद लोन उर्फ मुरसी, आदिल अहमद, हिलाल अहमद नायकू, राकिब अहमद, सुहेल नजीर और इफाक मजीद हैं। नौ विदेशी आतंकियों में जैश के चार कमांडर भी शामिल

इस साल मारे गए नौ विदेशी आतंकियों में जैश के चार नामी कमांडर कामरान, गाजी अब्दुल रशीद, वलीद और नुमान भी शामिल हैं। सभी विदेशी आतंकियों को उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे इलाके में दफनाया गया है। उन्होंने बताया कि इस साल विभिन्न आतंकरोधी अभियानों और आतंकी हमलों में 60 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं।

शहीद सुरक्षाकर्मियों में एक डीएसपी समेत पांच पुलिसकर्मी, मेजर रैंक के दो अधिकारियों समेत 10 सैन्यकर्मी, 44 सीआरपीएफ कर्मी और एक बीएसएफ कर्मी है। शहीद 44 सीआरपीएफ कर्मियों में 40 जवान गत 14 फरवरी को लिथपोरा पुलवामा में जैश के एक आत्मघाती हमले में शहीद हुए हैं। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर 16 ग्रेनेड हमले किए

इस साल पहले 62 दिनों में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर 16 ग्रेनेड हमले किए हैं। सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आतंकियों ने तीन जगह आइईडी भी लगाई है। एक अन्य जानकारी के मुताबिक, वादी में राज्य पुलिस, सेना व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों के चार कर्मियों ने आत्महत्या भी की है। आत्महत्या करने वालों में राज्य पुलिस का हेड कांस्टेबल मोहम्मद शफी मीर, सीआरपीएफ कर्मी मुकेश भावुक, सैन्यकर्मी अभिषेक राय कुमार और संदीप सिंह शामिल हैं।


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