आतंकमुक्त कश्मीर की ओर सुरक्षा बलों के तेज हुए कदम
सुरक्षा बलों ने इस वर्ष सिर्फ जून माह में ही 44 आतंकी ढेर किए इस साल प्रदेश में अब तक 116 आतंकी मारे जा चुके ----------
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: सुरक्षाबल अब आतंकियों को खोज-खोजकर ढेर कर रहे हैं। आतंकियों को छिपने की जगह तक नसीब नहीं हो रही है। आतंकियों की मूवमेंट की सूचना मिलने के चंद घंटों में ही दहशतगर्दो का काम तमाम कर दिया जा रहा है। यह कश्मीर को आतंक मुक्त बनाने का अभियान है। सुरक्षा बलों की सफलता का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि इस साल सिर्फ जून महीने में ही 44 आतंकी मारे गए हैं। इनमें सोमवार को दक्षिण कश्मीर में मारे गए तीन आतंकी भी शामिल हैं। इस वर्ष अब तक प्रदेश में 116 आतंकी मारे गए हैं। बीते साल पहली जनवरी से अगस्त की समाप्ति तक 133 आतंकी मारे गए थे।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने कश्मीर में बीते पांच सालों से आतंकी हिसा का गढ़ बने दक्षिण कश्मीर के चार जिलों को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त बनाए रखने का अभियान चला रखा है। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य भागों में भी आतंकियों के खिलाफ अभियान निरंतर जारी हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस साल सबसे ज्यादा 44 आतंकी इसी जून माह के दौरान मारे गए हैं। इनमें से 36 आतंकी दक्षिण कश्मीर में ही मारे गए हैं। आठ आतंकी उत्तरी कश्मीर और मध्य कश्मीर में मारे गए हैं। इस माह मारे गए आतंकियों में 41 स्थानीय आतंकी हैं और दो पाकिस्तानी। एक आतंकी की पहचान नहीं हो पाई है। मारे गए 44 आतंकियों में हिजबुल मुजाहिदीन के 25, जैश ए मोहम्मद के आठ, लश्कर के सात, इस्लामिक स्टे के तीन और एक अन्य आतंकी के संगठन की पुष्टि नहीं हो पाई है।
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि हम कश्मीर को आतंकवाद मुक्त बनाने के अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। आतंकियों को मार गिराना अंतिम विकल्प होता है। हमारा पूरा प्रयास रहता है कि आतंकियों को जिदा पकड़ा जाए। हम उनके सरेंडर का पूरा प्रयास करते हैं। दक्षिण कश्मीर में अब गिने चुने आतंकी ही रह गए हैं। जल्द ही वह भी मारे जाएंगे या पकड़े जाएंगे। सेंट्रल कश्मीर और उत्तरी कश्मीर में भी आतंकरोधी अभियान तेज किए जा रह हैं। लोग अब खुलकर आतंकियों के खिलाफ सामने आ रहे हैं और सुरक्षाबलों का सहयोग कर रहे हैं।