सिबल गाला, जंगल में लगी आग, ग्रामीणों ने पाया काबू
मोगला क्षेत्र के सिबल गाला जंगल में लगी आग पर ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। ग्रामीणों के अनुसार रात को आंधी तूफान के दौरान बिजली लाइनों के आपस में टकराने से आग की घटना सिबल गाला जंगल में पेश आई और आग जंगल में तेजी से फैल गई जिस पर सुबह ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर आग पर काबू पाया।
संवाद सहयोगी, कालाकोट : मोगला क्षेत्र के सिबल गाला, जंगल में लगी आग पर ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया। ग्रामीणों के अनुसार रात को आंधी तूफान के दौरान बिजली लाइनों के आपस में टकराने से आग की घटना सिबल गाला जंगल में पेश आई और आग जंगल में तेजी से फैल गई जिस पर सुबह ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर आग पर काबू पाया।
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता मोहन लाल शर्मा, विजय कुमार आदि ने बताया कि रात को आंधी तूफान के दौरान ही आग की घटना पेश आई। आग काफी तेजी से फैल गई। जिस पर सुबह ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
वहीं, उन्होंने कहा कि सुबह वन विभाग के कुछ कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए, लेकिन तब तक आग पर काबू पा लिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि जंगलों को आग से बचाए रखना सिर्फ वन विभाग की जिम्मेदारी की नहीं बनती बल्कि हम सबको जंगलों को बचाने पर ध्यान देना होगा। जंगलों को आग तथा कटाई से नष्ट करने को बचाना होगा। नौशहरा के जंगलों में लगी आग, एक वनकर्मी घायल संवाद सहयोगी, नौशहरा : राजौरी जिले के पहाड़ी इलाकों के जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक जगह आग अभी बुझती भी नहीं है कि दूसरी जगह भड़क उठती है। उपजिला नौशहरा में कई जंगलों में पिछले एक सप्ताह से आग लगी हुई है। आग की चपेट में आकर जीव जंतु एवं वन संपदा को काफी नुकसान पहुंचा है।
शुक्रवार को जंगलों में लगी आग बुझाते समय वन विभाग का एक कर्मी बेहोश हो गया। मौके पर मौजूद अन्य वन कर्मियों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर उसका उपचार किया जा रहा है।। नौशहरा की टॉय धार पहाड़ी पर भी आग लगी हुई है। इस पहाड़ी के समीप सेना का शिविर भी है। सेना के जवान व वन विभाग के कर्मी आग बुझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। सड़क किनारे लगी आग पर तो दमकल कर्मी काबू पा रहे हैं, लेकिन सड़क के दूर जंगलों में लगी आग पर काबू पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जंगलों में लगी आग के कारण हर तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा है। इससे लोगों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है।
इस संबंध में फायर स्टेशन राजौरी के प्रभारी मकबूल हुसैन का कहना है कि सड़कों के किनारों पर आग की जो भी घटनाएं होती हैं, उस पर हमारी टीमें काबू पा लेती है, लेकिन सड़कों दूर पहाड़ों पर लगी आग पर काबू पाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
संदूर क्षेत्र के जंगलों में लगी आग बुझी
संवाद सहयोगी, पौनी : कस्बे के साथ लगते संदूर गांव के साथ लगते जंगलों में वीरवार देर शाम को भीषण आग लग गई, जिसे बुझाने में वन विभाग के साथ-साथ ग्रामीणों ने भी काफी सहयोग किया। ग्रामीणों का कहना है गर्मियों के मौसम में आग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इससे जंगल तो जलकर राख होते हैं, लेकिन उसमें जीव-जंतु भी अपनी जान गंवा रहे हैं। आग लगाने वाले यह नहीं जानते कि जंगलों में आग लगने से न जाने कितने जीव जंतुओं की जान चली जाती है। भारत पंचायत के सरपंच जसपाल सिंह ने कहा वन विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार दोपहर तक आग पर काबू पा लिया था। जंगल में आग बुझाने के लिए स्थानीय लोगों ने भी काफी सहयोग किया है। वहीं वन विभाग के अधिकारी ज्योत्सना सरकार का कहना है कि गर्मियों के मौसम में आग की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिन्हें रोकने के लिए प्रत्येक गांव में वन विभाग की तरफ से शिविर लगाकर लोगों को जागरूक किया जाता है। वन विभाग का अभियान अभी भी जारी है। लोगों को आग की घटनाओं के बारे में जागरूक किया जा रहा है। अगर किसी गांव के निकट जंगल में आग की घटना सामने आती है तो ग्रामीण तुरंत वन विभाग के कर्मचारियों को सूचित करें, ताकि समय रहते आग पर काबू पाया जा सके।