Move to Jagran APP

राजौरी जिले के कालाकोट में स्ट्रीट लाइटें दो माह से खराब

संवाद सहयोगी कालाकोट कस्बे के वार्ड नंबर चार बड़ोग के नाबन मोहल्ले में दो माह से अंधेर

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 01:54 AM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 01:54 AM (IST)
राजौरी जिले के कालाकोट में स्ट्रीट लाइटें दो माह से खराब
राजौरी जिले के कालाकोट में स्ट्रीट लाइटें दो माह से खराब

संवाद सहयोगी, कालाकोट : कस्बे के वार्ड नंबर चार बड़ोग के नाबन मोहल्ले में दो माह से अंधेरा पसरा है। स्थानीय लोगों के अनुसार वार्ड नंबर चार म्यूनिसिपल कमेटी के अधीन है। इसके बावजूद इस वार्ड में रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं है।

loksabha election banner

स्थानीय निवासी अशोक कुमार, दविदर सिंह, करतार सिंह, बालक राम आदि ने बताया कि वार्ड नंबर चार में म्यूनिसिपल कमेटी द्वारा लगाई गई लाइटें दो माह से खराब पड़ी हैं, जिससे वार्ड में अंधेरा पसरा है और लोगों को अंधेरे में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वार्ड में रोशनी की व्यवस्था सुचारु बनाने और खराब लाइटें बदलकर उन्हें ठीक करने की मांग को लेकर हम लोगों द्वारा कई बार म्यूनिसिपल कमेटी के अधिकारियों को ज्ञापन व शिष्टमंडल के तौर पर उन्हें अवगत करवाया गया, लेकिन अभी तक इस ओर कोई भी उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है और न ही रोशनी व्यवस्था सुचारु बनाने को कोई कदम उठाया जा रहा है। वहीं, उन्होंने कहा कि हम लोग फिर से अंधेरे की परेशानी देखते हुए म्यूनिसिपल कमेटी के अधिकारियों से मांग करते हैं कि वार्ड नंबर चार में रोशनी व्यवस्था को सुचारु कर समस्या को दूर किया जाए। विभाग इस मूलभूत समस्या को नजरंदाज न करे।

वहीं, इस संबंध में म्यूनिसिपल कमेटी के चेयरमैन विजय सुरी का कहना है कि कमेटी के अधीन जिन वार्डो में छोटी-बड़ी लाइटें खराब हैं, इन लाइटों को ठीक करने तथा खराब लाइटें बदल कर नई लाइट लगाने का कार्य किया जा रहा है। वार्ड नंबर चार में भी जल्द नई लाइटें लगाकर समस्या को दूर किया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.