स्टाफ की कमी, कई पशु चिकित्सालय बंद
संवाद सहयोगी, कालाकोट: कालाकोट क्षेत्र के अंतर्गत चल रहे कई पशु चिकित्सालयों में स्टाफ की कमी गंभीर
संवाद सहयोगी, कालाकोट: कालाकोट क्षेत्र के अंतर्गत चल रहे कई पशु चिकित्सालयों में स्टाफ की कमी गंभीर समस्या बनी हुई है। आलम यह है कि स्टाफ की कमी के कारण कई पशु चिकित्सालय बंद पड़े हैं।
उदाहरण के तौर पर कालाकोट पशु चिकित्सालय सहित सोलकी धर्मसाल व इसके साथ लगते गांव पनार में भी पशु चिकित्सालय पिछले लंबे समय से बंद हैं। जबकि इन पशु चिकित्सालय के साथ साथ त्रियाठ पशु चिकित्सालय भी बंद है। जिससे पशु पालन पेशे से जुड़े किसान पशुओं के उपचार को काफी परेशान हो रहे हैं।
इन गांव के किसानों का कहना है कि पशुओं के सहारे ही हमारी आजीविका चलती है और पशुओं को समय पर उपचार न मिलने से कई कीमती पशु मौत की भेंट चढ़ जाते हैं। जिनका हमें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। किसान धर्मपाल राकेश कुमार मुहम्मद रशीद, बलदेव राज, देस राज, मुनीर हुसैन, अश्विनी कुमार आदि किसानों ने कहा कि पशु चिकित्सालयों में स्टाफ की कमी दूर कर पशु चिकित्सालयों को सुचारू रूप से चलाया जाए ताकि हम किसान अपने पशुओं को दवा व उपचार समय पर कर सकें। वहीं उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सालय बंद रहने से कई पशुओं को समय पर उपचार ना मिलने से उनकी मौत तक हो चुकी है जिनका किसान वर्ग को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
वहीं इस संबंध में कालाकोट पशु चिकित्सालय का कारोबार संभाले सीनियर वेटरनरी फार्मासिस्ट मुहम्मद शबीर का कहना है कि कालाकोट पशु चिकित्सालय में भी स्टाफ का अभाव है और कालाकोट पशु चिकित्सालय में सात पद रिक्त पड़े हैं जिनमें डॉक्टर व अन्य स्टाफ की कमी बनी है इसी तरह सोलकी पनार पशु चिकित्सालय को एक ही कर्मचारी देख रहा था, लेकिन पिछले कुछ समय से उसे सर्वे पर लगाए रखा और फिर इलेक्शन ड्यूटी पर उसके लगे होने से यह पशु चिकित्सालय भी बंद है।