बिजली की अघोषित कटौती पर भड़के धनौरवासी
बिजली विभाग की लचर कार्यप्रणाली से लोग तंग आ चुके हैं। बिजली की अघोषित कटौती को लेकर धनौर क्षेत्र के लोगों ने वीरवार को बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर जल्द इस समस्या को दूर किया जाए नहीं तो आने वाले दिनों में वो उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।
जागरण संवाददाता, राजौरी : बिजली विभाग की लचर कार्यप्रणाली से लोग तंग आ चुके हैं। बिजली की अघोषित कटौती को लेकर धनौर क्षेत्र के लोगों ने वीरवार को बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर जल्द इस समस्या को दूर किया जाए नहीं तो आने वाले दिनों में वो उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। क्षेत्र में में अघोषित कटौती को पूरी तरह से बंद किया जाए, ताकि लोगों की समस्या दूर हो सके।
प्रदर्शन कर रहे मुहम्मद रहमान, कयूम अहमद, अब्दुल रफीक ने कहा कि पिछले काफी समय से क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती हो रही है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने कहा कि हम लोग विभाग के अधिकारियों से मिलकर अघोषित कटौती को बंद करने के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद अघोषित कटौती का सिलसिला बंद नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी प्रशासन व बिजली विभाग से मांग है कि जल्द अघोषित कटौती को दूर किया जाए नहीं तो आने वाले दिनों में हम लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना के लिए तैयार है। क्योंकि बिजली बंद रहने के कारण क्षेत्र में लगी आटा चक्की भी काम नहीं कर रही है। इससे लोगों को आटा पिसवाने के लिए दूसरे क्षेत्र का रुख करना पड़ रहा है। प्रदर्शन में काफी संख्या में क्षेत्र के लोग शामिल हरे।
चार दिन से अंधेरे में सेवता के लोग
संवाद सहयोगी, कालाकोट : गांव बरवाडी के वार्ड- दो सेवता में पिछले चार दिन से बिजली आपूर्ति ठप रहने से ग्रामीणों में बिजली विभाग के खिलाफ रोष पनप रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि चार दिन पहले आंधी तूफान के चलते बिजली गुल हुई थी और कुछ बिजली की छोटी-बड़ी लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिन्हें अभी तक बिजली विभाग ने ठीक करना उचित नहीं समझा। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को चार दिन से अंधेरे में ही रहना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई तो वो उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।
ग्रामीण जगदीश राज , रमेश कुमार , मुहम्मद शकूर , मुहम्मद नजीर , अब्दुल कयूम , जोगिदर पाल आदि ग्रामीणों ने कहा कि चार दिन से गांव अंधेरे में डूबा है और जो बिजली की लाइनें टूट कर खेतों में पड़ी हैं उन्हें भी नहीं जोड़ा जा रहा। उन्होंने कहा कि खेतों में टूटकर पड़ी बिजली लाइनों में करंट के डर से लोग मक्की की फसल को भी समेट नहीं पा रहे। क्योंकि पहले भी करंट की वजह से हादसे हो चुके हैं, जिनमें मवेशियों से लेकर कई लोगों को जान तक गंवानी पड़ी है।
ग्रामीणों ने कहा कि इस बारे में बिजली विभाग को भी अवगत करवाया गया है कि जल्द लाइन जोड़कर बिजली आपूर्ति बहाल की जाए, लेकिन अभी तक बिजली बहाल करने को कोई कदम नहीं उठाया जा रहा। वहीं बिजली विभाग के जेई मुहम्मद अकरम का कहना है कि लाइनमैन बिजली बहाल करने में जुटे हैं और जल्द ही बिजली बहाल कर ग्रामीणों की परेशानी दूर की जाएगी।