जम्मू-पुंछ हाईवे पर शव रख किया प्रदर्शन, तीन घंटे ठप रहा मार्ग
संवाद सहयोगी सुंदरबनी कश्मीर के बारामुला जिले में शराब की दुकान पर हुए ग्रेनेड हमले में मा
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : कश्मीर के बारामुला जिले में शराब की दुकान पर हुए ग्रेनेड हमले में मारे गए सुंदरबनी के बाखर गांव के रहने वाले रंजीत सिंह का शव बुधवार को जब बखार पहुंचा तो स्वजन व क्षेत्र लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। मौत होने से आक्रोशित स्वजनों व क्षेत्र के लोगों ने बुधवार को जम्मू- पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रंजीत सिंह का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन के कारण हाईवे पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर एडीसी सुंदरबनी विनोद कुमार, एसपी अमित वर्मा पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत करवाने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी प्रदर्शनकारी मृतक रंजीत सिंह के स्वजन को 25 लाख मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की पर अड़े रहे।
इसी बीच जिला उपायुक्त राजौरी विकास कुंडल मौके पर पहुंचे और उन्होंने मृतक के स्वजन को हर सम्भव मदद देने का आश्वासन दिया, लेकिन परिवार के सदस्य नहीं माने। उसके बाद जिला उपायुक्त राजौरी ने कहा कि जिला प्रशासन आपकी हर संभव मदद के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि स्वजन को एक लाख रुपये मदद के तौर पर आज ही दे दिए जाएंगे, जबकि चार लाख रुपये परिवार को मदद के तौर पर कुछ ही दिनों के अंदर दिए जाने का आश्वासन दिया। साथ ही एसएसपी राजौरी मुहम्मद असलम ने परिवार के एक सदस्य को एसपीओ की नौकरी देने का आश्वासन दिया। इस पर प्रदर्शनकारी शांत हो गए और उन्होंने शव को हाईवे से हटा लिया। प्रदर्शन खत्म होने के बाद हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बहाल हो गई।
प्रदर्शन में शामिल स्थानीय सरपंच नरेश सिंह, बीडीसी चेयरमैन बालकृष्ण शर्मा, बीडीसी चेयरमैन अरुण शर्मा, डीडीसी सदस्य राजेंद्र शर्मा, डीडीसी सदस्य संगीता शर्मा ने कहा कि आए दिन कश्मीर में हिदुओं को आतंकी मौत के घाट उतार रहे हैं। उन्होंने सरकार से आतंकियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की, ताकि फिर से कोई आतंकवाद की राह पर चलने से पहले सौ बार सोचने को मजबूर हो जाए। दोपहर तीन बजे एडीसी सुंदरबनी विनोद कुमार ने एक लाख रुपये का चेक रंजीत सिंह के स्वजन को सौंपा। बाखर श्मशान घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
अधिकारियों के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त कर स्वजनों ने दोपहर एक बजे रंजीत सिंह का बाखर श्मशान घाट पर जिला प्रशासन की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया। रंजीत सिंह के छह वर्षीय बेटे लविश कुमार ने अपने पिता को मुखाग्नि दी तो श्मशान घाट पर मौजूद हर किसी की आंखें नम हो गई। श्मशान घाट पर मौजूद सभी लोगों में आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ काफी रोष था। रंजीत सिंह की मौत से बाखर गांव में पसरा मातम
उत्तरी कश्मीर के बारामुला में मंगलवार रात हुए ग्रेनेड हमले में सुदरबनी के रंजीत सिंह की मौत की खबर जैसे ही राजौरी जिले स्थित उनके घर बाखर पहुंची तो वहां मातम छा गया। उस समय रंजीत के बुजुर्ग पिता, पत्नी, उनकी बच्चियां व छह वर्षीय बेटा घर पर मौजूद थे। घर में चीख-पुकार सुनकर आसपास रहने वाले लोग भी उनके घर पहुंच गए। पहले तो गांव वासियों को कुछ समझ नहीं आया कि आखिर हुआ क्या है, लेकिन कुछ ही देर बाद सरपंच नरेश सिंह व एसएचओ नीरज चौधरी भी रंजीत सिंह के घर पर पहुंच गए। रिश्तेदार व आस पड़ोस के लोग बार-बार रंजीत सिंह के परिवार वालों को सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन परिवार पर जो मुसीबत व दुखों का पहाड़ टूटा था उससे उबर पाना उनके लिए आसान नहीं था। मृतक रंजीत सिंह अपने पीछे 85 वर्षीय बुजुर्ग पिता कृष्ण लाल, पत्नी व चार बच्चियों और एक छह वर्षीय बेटे को छोड़ गए हैं। मृतक के स्वजनों को सांत्वना देने पहुंचे अधिकारी व नेता
बुधवार सुबह ही रंजीत सिंह के घर नेताओं का तांता लगना शुरू हो गया। हर कोई आतंकियों की इस कायरता को गलत ठहरा कर गरीब परिवार को इंसाफ दिलाने की गुहार कर रहा था। रंजीत सिंह के घर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविद्र रैना, पूर्व एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, डीआइजी विवेक गुप्ता, जिला उपायुक्त राजौरी विकास कुंडल, एसएसपी मोहम्मद असलम, एसपी अमित वर्मा, डीडीसी सदस्य राजेंद्र शर्मा, डीडीसी सदस्य संगीता शर्मा, बीडीसी चेयरमैन अरुण शर्मा, बीडीसी चेयरमैन, बालकृष्ण शर्मा, एडीसी विनोद कुमार सहित कई अन्य पार्टियों के वरिष्ठ नेता व अधिकारी पहुंचे। सभी ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना संवेदना प्रकट की। रंजीत सिंह की हत्या कर आतंकियों ने अक्षम्य अपराध किया है। घाटी में सेना द्वारा आतंकवादियों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतारा जा रहा है। रंजीत सिंह का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा आतंकियों को इसकी सजा जरूर मिलेगी।
रविंद्र रैना, अध्यक्ष प्रदेश भाजपा रंजीत सिंह की हत्या की कड़े शब्दों में निदा करता हूं। अपने परिवार के पालन पोषण के लिए कश्मीर में मजदूरी कर रहे एक गरीब व्यक्ति को आतंकियों ने फिर निशाना बनाया है। इस अपराध की आतंकियों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। मेरी पूरी सहानुभूति रंजीत सिंह के स्वजनों के साथ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
सुरेंद्र चौधरी, भाजपा के वरिष्ठ नेता घाटी में टारगेट किलिग की घटनाएं लगातार जारी हैं इन्हें रोकने में सरकार असमर्थ नजर आ रही है। हर दिन आतंकी हिदुओं को निशाना बना रहे हैं। रंजीत सिंह की हत्या अत्यंत अमानवीय है यह खून खराबा बंद होना चाहिए।
अरुण कुमार शमा, बीडीसी चेयरमैन, सुंदरबनी आतंकी लगातार कश्मीर में हिदुओं को निशाना बना रहे हैं, जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रंजीत सिंह की हत्या अत्यंत अमानवीय है, यह खून खराबा बंद होना चाहिए।
मेरी पूरी संवेदना रंजीत सिंह के स्वजन के साथ हैं। कायर आतंकियों को इस जघन्य अपराध की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
बालकृष्ण शर्मा, बीडीसी चेयरमैन स्योट