जागरण संवाददाता, राजौरी : पीने के पानी की समस्या से परेशान मेंढर क्षेत्र के लोगों ने जलशक्ति विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि जल्द से जल्द क्षेत्र में पेयजल समस्या को दूर किया जाए, नहीं तो आने वाले दिनों में उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों से क्षेत्र में पीने के पानी की सप्लाई ठप चल रही है, जिससे लोगों को सर्दी के मौसम में पानी काफी दूर से लाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए कई बार जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई गई, लेकिन इसके बावजूद इस समस्या को दूर करने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। वे हमारी समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिससे यह समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। सुबह उठते हीं हमें पीने के पानी का जुगाड़ करना पड़ता है। क्षेत्र के बहुत से लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इससे वे संक्रामक रोगों के शिकाराहे सकते हैं। उन्होंने दुखी होकर कहा कि सरकार बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन विभाग के अधिकारी और स्थानीय प्रतिनिधि हमारी समस्या का समाधान कराने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
वहीं, प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी व जलशक्ति विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि जल्द ही क्षेत्र में पीने के पानी की सप्लाई को बहाल कर दिया जाएगा।
वहीं, जलशक्ति विभाग की अनदेखी के चलते कालाकोट क्षेत्र के गाव बेरी खेत्र के ग्रामीण पिछले तीन माह से पानी के संकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि तीन माह पहले बरसात के दौरान चंगी नाले में आई बाढ़ से जलशक्ति विभाग की पेयजल सप्लाई की कुछ पाइप लाइन नाले में बह गई थी। तबसे पानी की सप्लाई गाव बेरी खेत्र में ठप है। गाव के स्थानीय निवासी वकील सिंह, रमेश लाल, बलवंत सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि जलशक्ति विभाग क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को जोड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है और न ही पेयजल सप्लाई सुचारु की जा रही है।
में कोरोना वायरस से जुडी सभी खबरे