राजौरी शहर में करोड़ों रुपये के पटाखों की अवैध खेप जमा
जागरण संवाददाता राजौरी शहर में अवैध रूप से करोड़ों रुपए के पटाखे जमा हो चुके हैं जि
जागरण संवाददाता, राजौरी : शहर में अवैध रूप से करोड़ों रुपए के पटाखे जमा हो चुके हैं, जिन्हें दीपावली से पहले बेचा जाएगा। क्षेत्र में कोई भी ऐसा पटाखा विक्रेता नहीं है, जिसके पास पटाखे बेचने का लाइसेंस हो। सभी कारोबारी अवैध रूप से पटाखों का कारोबार कर रहे हैं और शहर के बीचोबीच ही पटाखों को जमा कर रखा है।
बात करते हैं राजौरी शहर की, जो इतना संकरा है कि यहां पर दो पहिया वाहन भी मुश्किल से चल सकता है। अगर पटाखों के जो अवैध गोदाम बने हुए हैं, उनमें आग की कोई घटना घट जाती है तो दमकल का वाहन मौके तक नहीं पहुंच सकता। लेकिन इसके बावजूद लोगों ने पटाखों की अवैध खेप को जमा करके रखा हुआ है। पूरे क्षेत्र में करोड़ों रुपए के पटाखे हर वर्ष दीपावली पर बेचे जाते हैं। सभी विक्रेता अवैध रूप से पटाखों का कारोबार करते हैं। लेकिन कभी भी प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। साथ ही कई जगह पटाखों को बेचने के लिए तय की गई है। यह लोग दीपावली से पहले बाजारों में ही स्टॉल लगाकर पटाखों को बेचने का कार्य भी करते हैं। इस समय राजौरी शहर में इतने पटाखे जमा हो चुके हैं कि एक चिंगारी पूरे शहर को जलाकर राख कर सकती है।
इस संबंध में बात करने पर राजौरी के दमकल अधिकारी मकबूल हुसैन का कहना है कि पटाखों को बेचने के लिए दमकल विभाग से एनओसी लेनी होती है। इसके लिए पटाखे बेचने का लाइसेंस दिखाना होता है। लेकिन अभी तक हमारे पास कोई भी एनओसी लेने के लिए नहीं आया है। उन्होंने कहा कि अगर बाजार में पटाखे की खेप पहुंच चुकी है तो यह किसी खतरे से कम नहीं है। कोई भी व्यक्ति बाजार के अंदर पटाखों को न तो बेच सकता है और न ही उन्हें जमा करके रख सकता है। जिसने शहर के बाहर दीपावली के अवसर पर पटाखों को बेचने का कार्य करना है वह हमारे पास आकर अनुमति ले उसके बाद पटाखों को तय स्थान पर बेचे। बिना अनुमति या बाजारों के अंदर पटाखों को नहीं बेचने दिया जाएगा। जो भी व्यक्ति बाजारों के अंदर व बिना अनुमति के पटाखों को बेचने का कार्य करेगा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।
- एजाज अहमद असद, जिला आयुक्त, राजौरी