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डॉक्टर व दो स्वास्थ्य कर्मी निलंबित

जागरण संवाददाता राजौरी राजौरी मेडिकल कॉलेज एसोसिएटेड अस्पताल में मरीजों को मिल र

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 09:47 AM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 09:47 AM (IST)
डॉक्टर व दो स्वास्थ्य कर्मी निलंबित
डॉक्टर व दो स्वास्थ्य कर्मी निलंबित

जागरण संवाददाता, राजौरी : राजौरी मेडिकल कॉलेज एसोसिएटेड अस्पताल में मरीजों को मिल रही सुविधाओं, डॉक्टरों व अन्य कर्मचारियों के कार्य की समीक्षा करने के लिए जिला आयुक्त मुहम्मद नजीर शेख ने अन्य अधिकारियों के साथ औचक दौरा किया। टीम ने मेडिकल कॉलेज में कई खामियां पाई। टीम ने एक डॉक्टर के साथ दो अन्य कर्मचारियों को भी निलंबित कर दिया। टीम के सदस्यों ने तीन घंटे तक मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी बातचीत की।

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इस टीम में अतिरिक्त जिला आयुक्त शेर सिंह, एसीआर मुहम्मद अशरफ, उप निदेशक योजना बिलाल मीर शामिल थे। सोमवार की देर रात को सभी अधिकारी बिना किसी एस्कॉर्ट और सहायक स्टाफ के रोगियों का हालचाल जानने के बहाने से मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यह औचक निरीक्षण तीन घंटे तक चला। इस दौरान निरीक्षण दल ने मरीजों के रजिस्टर, परीक्षण उपकरण, ईसीजी कक्ष, डायलिसिस यूनिट, वार्ड और शौचालयों सहित विभिन्न विभागों की जांच की। अधिकारियों ने मरीजों से बातचीत कर उन्हें प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली।

निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि अस्पताल के आपातकालीन ब्लॉक में ड्यूटी पर एक ही डॉक्टर रात की ड्यूटी के लिए है। यह डॉक्टर पूरे अस्पताल में रोगियों की देखभाल कर रहा है। स्त्री रोग और विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) डॉक्टरों की अनुपस्थिति में सहायक कर्मचारियों द्वारा चलाए जा रहे थे। अस्पताल के अधिकांश शौचालय स्वच्छता स्तर के मामले में सबसे खराब स्थिति में थे और आर्थोपेडिक वार्ड का शौचालय बिना किसी रोशनी के था। अधिकांश वार्डो में कोई ड्यूटी रोस्टर नहीं किया गया, जबकि कुछ वार्डो में अधूरे ड्यूटी रोस्टर थे। रात के समय में ब्लड बैंक और प्रयोगशाला मात्र एक कर्मचारी द्वारा चलाए जा रहे थे, जबकि रात की ड्यूटी के लिए कोई ईसीजी तकनीशियन मौजूद नहीं था। मुख्य ईसीजी कक्ष भी बंद पाया गया और सीटी स्कैन मशीन वर्षो से बेकार पड़ी थी, जबकि डायलिसिस वार्ड भी कथित तौर पर मशीनरी की खराबी के कारण बंद पड़ा हुआ था। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान यह भी पता लगाया गया कि कुछ अधिकारी ड्यूटी से अनुपस्थित थे, जबकि कुछ अन्य अधिकारी रोस्टर में दर्ज लोगों के स्थान पर ड्यूटी दे रहे थे। ऐसे उदासीन रवैये को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने एसएनसीयू में तैनात डॉ. रायज अहमद और दो स्टाफ नर्सो उमैरा राशिद और बाल्किस खानम को निलंबित करने का आदेश दिया है। खराब कार्य संस्कृति के लिए अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। जिला आयुक्त राजौरी नजीर शेख ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र सरकार का एक प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और राजौरी मेडिकल कॉलेज मुख्य स्वास्थ्य संस्थान है, जिसका उद्देश्य उचित स्वास्थ्य देखभाल है। यह न केवल राजौरी जिले के मरीजों, बल्कि पुंछ और रियासी के मरीजों को भी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में कार्य में सुधार के लिए सुधारात्मक उपाय किए जाएंगे।


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