ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाओं के लिए किया मतदान
जागरण संवाददाता राजौरी राजौरी के कोट चढ़वाल और पुंछ के पहाड़ी क्षेत्र हिल काका क
जागरण संवाददाता, राजौरी : राजौरी के कोट चढ़वाल और पुंछ के पहाड़ी क्षेत्र हिल काका के ग्रामीणों ने मंगलवार को जिला विकास परिषद चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान किया और कहा कि क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए मतदान कर रहे हैं।
राजौरी की खब्बास तहसील के कोट चढ़वाल क्षेत्र और पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील की हिल काका को जिले में सबसे दूर का इलाका माना जाता है। राजौरी के कोट चढ़वाल पंचायत हलका के एक पंचायत प्रतिनिधि अब्दुल अजीज ने मंगलवार को डीडीसी चुनाव के दूसरे चरण के तहत मतदान किया। उन्होंने कहा कि उनका क्षेत्र राजौरी जिले का सबसे दूर दराज क्षेत्र है। हमारी तहसील खब्बास है और हमारे क्षेत्र के एक व्यक्ति को खब्बास तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए दो दिनों तक चलना पड़ता है। पूरे क्षेत्र में एक भी स्वास्थ्य संस्थान नहीं है। स्थानीय लोगों ने कहा कि बिजली, पानी की आपूर्ति और सड़कों सहित बुनियादी जरूरतों की अनुपलब्धता हम लोगों की सबसे बड़ी समस्या है।
उल्लेखनीय है कि 2014 के विधानसभा चुनावों तक चुनाव कर्मचारी सेना के हेलीकॉप्टरों के माध्यम से कोट चढ़वाल मतदान केंद्र तक पहुंचते थे और 2016 में एक सड़क के निर्माण के बाद मतदान कर्मचारी एक वाहन पर गाई बास पहुंचते हैं, जहां से कोट चढ़वाल पहुंचने में आठ घंटे का समय लगता है।
इस बीच, हिल काका क्षेत्र के ग्रामीण, जो सेना द्वारा 2003 में किए गए ऑपरेशन सर्प विनाश के लिए प्रसिद्ध हैं। गांव के रहने वाले माजिद बक्करवाल ने कहा कि बस तक पहुंचने के लिए एक दिन का समय लग जाता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बिजली का संकट है। सड़क संपर्क की अनुपस्थिति मुख्य कठिनाई है जो स्थानीय लोगों को अंधेरे युग में धकेल रही है। हमने केवल इन बुनियादी सुविधाओं की उम्मीद में मतदान किया है, लेकिन बहुत कम उम्मीद है कि ये डीडीसी चुनाव हमारे मुद्दों को हल करेंगे। क्योंकि जिला स्तर से लेकर केंद्र सरकार तक सभी ने इस क्षेत्र की अनदेखी की है।
यहां इस बात का उल्लेख कर दें कि सुरक्षाबलों ने 2003 में ऑपरेशन सर्प विनाश की शुरुआत की थी और ऑपरेशन में मारे गए 60 से अधिक आतंकवादियों के साथ हिल काका इलाके में स्थापित आतंकवादियों के ठिकानों और शिविरों का सफाया कर दिया था। महिलाएं सुबह ही मतदान के लिए निकलीं
राजौरी के मोहगला डीडीसी निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न गांवों के महिला मतदाताओं ने मंगलवार सुबह मतदान को प्राथमिकता दी और सुबह मतदान केंद्रों के बाहर महिला मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई।
अधिकांश गांवों की महिलाएं, विशेषकर गृहिणियों को सुबह-सुबह मतदान केंद्रों के बाहर देखा गया और सुबह दस बजे के बाद मतदान केंद्रों के बाहर कतार में अधिकांश मतदाता पुरुष थे। उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं ने दस बजे से पहले ही अपने वोट डाल दिए। इसके बाद कतारों में पुरुष मतदाता ही नजर आ रहे थे।
52 साल की शशिबाला मोहगला मतदान केंद्र पर सुबह 7:30 बजे मतदान केंद्र के सामने खड़ी थी। उन्होंने कहा कि हमारे पास भोजन की तैयारी की तरह बहुत सारे काम हैं, इसलिए हमने सुबह की वोटिग को प्राथमिकता दी। हालांकि हम दोपहर में भी वोट कर सकते हैं, लेकिन सुबह की वोटिग से हमें घर के कामों या कार्यो को पूरा करने में दोपहर के समय में काफी सुविधा होती है।