मेडिकल कॉलेज राजौरी में सबसे पहले प्रिसिपल डाक्टर कुलदीप सिंह को लगा टीका
जागरण संवाददाता राजौरी जिले में पहले चरण में मेडिकल कॉलेज राजौरी व उपजिला अस्पताल सं
जागरण संवाददाता, राजौरी : जिले में पहले चरण में मेडिकल कॉलेज राजौरी व उपजिला अस्पताल सुंदरबनी में कोरोना वैक्सीन लगाने के अभियान की शुरुआत हुई। मेडिकल कॉलेज राजौरी में प्रिसिपल डाक्टर कुलदीप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शमीम भट्टी, अतिरिक्त जिला आयुक्त ठाकुर शेर सिंह, एएसपी लियाकत चौधरी ने इस वैक्सीन का उद्घाटन किया। मेडिकल कालेज रॉजौरी में कुल 94 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई, जिसमें अधिकारी, डॉक्टर व अन्य कर्मी शामिल हैं। जिले में 4741 कर्मचारियों को पहले चरण में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी।
मेडिकल कॉलेज राजौरी में सबसे पहले मेडिकल कॉलेज के प्रिसिपल डॉक्टर कुलदीप सिंह को कोरोना वैक्सीन लगवाई। इसके बाद डॉक्टर प्रवीण कुमार को और फिर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शमीम भट्टी को टीका लगाया गया। इसके बाद डाक्टरों व अन्य कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया। पहले दिन सौ लोगों को वैक्सीन करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 94 लोगों को ही वैक्सीन लगाई गई। अन्य को अगले दिन वैक्सीन लगाई जाएगी।
इसी तरह सुंदरबनी में 91 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शमीम भट्टी ने कहा कि पहले चरण में स्वास्थ्य विभाग के 4741 कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है। मैंने भी टीका लगवाया है और अपने कार्यालय में अपना काम कर रही हूं। किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। लोग बिना किसी डर के कोरोना की वैक्सीन ले।
उपजिला अस्पताल सुंदरबनी में टीकाकरण अभियान के पहले दिन 91 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया। अभियान का शुभारंभ एडीसी विनोद कुमार ने किया। इस मौके पर पहला टीका स्वास्थ्य विभाग के अनूप रैना जो कि ऑपरेशन थिएटर के कर्मी हैं, को लगाया गया।
बीएमओ मंजूर हुसैन ने बताया कि हालांकि 100 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था, लेकिन सिर्फ 91 लोगों का ही डाटा ऑनलाइन हो सका। जिसके आधार पर अब अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को सोमवार को टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने वाले सभी स्वास्थ्यकर्मी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनका स्वास्थ्य जांचने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को आने वाली किसी भी परेशानी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई प्रकार के प्रबंध किए गए थे।