जम्मू-पुंछ हाईवे निर्माण में अनियमितता का आरोप, एसीबी को लिखी चिट्ठी
संवाद सहयोगी सुंदरबनी दशकों बाद राजौरी-पुंछ के लोगों की हाईवे निर्माण की मांग तो पू
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : दशकों बाद राजौरी-पुंछ के लोगों की हाईवे निर्माण की मांग तो पूरी हुई, लेकिन अब हाईवे निर्माण में घटिया सामग्री के प्रयोग का आरोप बीडीसी चेयरमैन स्योट बालकृष्ण शर्मा ने लगाया है। उन्होंने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को चिट्ठी भेजकर कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
बालकृष्ण शर्मा ने बताया कि बाखर से बगनोटी 16 किलोमीटर हाईवे निर्माण कार्य में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्थानीय लोग इसका विरोध कर प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन किसी भी उच्च अधिकारी ने ग्रेफ विभाग की इस मनमानी पर रोक नहीं लगाई।
उन्होंने कहा कि हाईवे निर्माण कार्य के दौरान छोटी-छोटी सड़कों के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं, जिससे हजारों की संख्या में लोगों के संपर्क मार्ग हाईवे से कट चुके हैं। निर्माण कार्य में मनमानी के चलते कई स्थानों पर लोगों और स्थानीय छोटे-छोटे दुकानदारों को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। वहीं, दूसरी तरफ हाईवे के दोनों तरफ सरकारी इमारतों की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को ग्रेफ विभाग ने बंद कर दिया है। पंचायत घर, स्कूल सहित कई अन्य सरकारी इमारतों की ओर जाने को रास्ता नहीं दिए जाने के कारण परेशानी हो रही है।
वहीं, भाजपा के जिला सचिव अनिल खजूरिया ने भी हाईवे निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय जनता को परेशान कर विभाग जोर जबरदस्ती से इस हाईवे का निर्माण कर रहा है, जो यहां की स्थानीय जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। निर्माण में अनियमितता व संपर्क मार्गो, स्कूलों और पंचायत घरो पर जाने का रास्ता नहीं दिए जाने पर प्रदर्शन
करोड़ों की लागत से बन रहे जम्मू-पुंछ हाईवे निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमिता व लापरवाही पर स्थानीय लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में देवाकरण, मदनलाल, संजीव शर्मा, अमन शर्मा, मानिक शर्मा, विनोद कुमार, संजीव कुमार, पंच गौरव शर्मा, पंच अशोक कुमार आदि ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रेफ विभाग द्वारा विकास कार्य में मनमानी की जा रही है। दशकों पुराने ग्रामीण क्षेत्रों के छोटे सड़क संपर्क मार्गो को हाईवे से नहीं जोड़ा जा रहा है। इससे लोगों को भारी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। सरकारी इमारतों, स्कूलों और पंचायत भवनों पर जाने के लिए रास्ते नहीं दिए गए।
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जिला उपायुक्त राजौरी राजेश कुमार शवन और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग करते हुए कहा कि ठेकेदार और विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिससे संबंधित विभाग हाईवे निर्माण कार्य को सही तरीके से करे। ठेकेदार ने घटिया सामग्री के इस्तेमाल की बात नकारी
जम्मू-पुंछ हाईवे निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल को लेकर ठेकेदार जसपाल का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है। लैब टेस्टिंग के बाद ही कंपनी द्वारा मैटेरियल को सड़क निर्माण में प्रयोग किया जा रहा है। यह सच है कि हाईवे निर्माण में कुछ सरकारी इमारतों और सड़कों के रास्ते बंद हो रहे हैं। हाईवे निर्माण में ग्रेफ विभाग द्वारा मात्र छह ही जगह पर रास्तों की इजाजत दी गई है। जब तक ग्रेफ विभाग द्वारा निर्देश जारी नहीं किए जाएंगे, इसमें ठेकेदार कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अगर विभाग हमें लोगों की परेशानी को देखते हुए रास्ते बनाने की इजाजत देता है तो हम बनाने को तैयार हैं। गुणवत्ता के साथ समझौता बर्दाश्त नहीं
यह मामला मेरे संज्ञान में एक-दो दिन पहले ही आया है। हाईवे निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ किसी को समझौता नहीं करने दिया जाएगा। हाईवे निर्माण कार्य में आम जनता की सुनकर ही निर्माण किया जाएगा। किसी भी सरकारी इमारत व सड़क मार्ग के रास्ते को काटा नहीं जाएगा। ग्रेफ विभाग को सभी रास्ते बनाने का निर्देश जारी किया जाएगा। हाईवे निर्माण कार्य में यदि किसी ने गुणवत्ता के साथ समझौता किया होगा तो जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जाएगी।
- विनोद कुमार, एडीसी सुंदरबनी मामला मेरे संज्ञान में नहीं : एई
ग्रेफ विभाग के एई बलराम ने बताया कि मेरे संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। हाईवे निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल ठेकेदार को नहीं करने दिया जा रहा है, फिर भी इसकी पूरी जानकारी हासिल करूंगा। पंचायत घरों और संपर्क मार्गो को हाईवे के साथ रास्ते बनाकर जोड़ दिया जाएगा। पंचायती नुमाइंदों और लोगों की परेशानी को हर संभव हल करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मैं इस मामले की पूरी जानकारी नहीं दे सकता। आप उच्च अधिकारियों से बातचीत कर इस मामले की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। उच्च अधिकारी से बार-बार संपर्क करने का कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।