अब दिल्ली नहीं होगी दूर, फर्राटे से दौड़ेंगे एक्सप्रेस वे पर वाहन
जागरण संवाददाता कठुआ अब दिल्ली दूर नहीं होगी। ट्रेन से भी कम समय में लोग सड़क मार्ग से आ-ज
जागरण संवाददाता, कठुआ : अब दिल्ली दूर नहीं होगी। ट्रेन से भी कम समय में लोग सड़क मार्ग से आ-जा सकेंगे। दावा है कि दिल्ली से जम्मू का सफर सिर्फ सात घटे का होगा। इससे विशेषकर माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के लिए दिल्ली-अमृतसर- कटड़ा सिक्स लेन एक्सप्रेस वे वरदान होगी। केंद्र सरकार की महत्वाकाक्षी एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के निर्माण के लिए जिला स्तर पर जल्द ही भूमि की हदबंदी होगी। यानी बाधाओं को दूर करने की प्रक्रिया का श्रीगणेश होगा। इस प्रक्रिया से पहले जरूरी दस्तावेज बनाने के लिए जिला प्रशासन स्थानीय लोगों की दर्ज हुई आपत्तियों की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजेगा। इसके बाद एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के निर्माण की हद में आने वाले भूमि की हदबंदी शुरू करने का काम शुरू हो जाएगा। ये सब कार्य तेजी से होंगे।
दरअसल, केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 में एक्सप्रेस वे कॉरिडोर बनाने की समय सीमा पहले ही तय कर रखी है। भूमि की हदबंदी शुरू करने से पहले हाईवे अथॉरिटी ने 21 दिन की अधिसूचना जारी करके इस परियोजना के लिए 35 हजार करोड़ की राशि भी मंजूर कर दी है। एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के मार्ग जम्मू कश्मीर में किस क्षेत्र से होकर गुजरेगा, इसका पहले ही गूगल सर्वे भी हो चुका है। इससे पहले भूमि की हदबंदी और उसके बाद अधिग्रहण करने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। इसी के चलते कठुआ जिला प्रशासन अपने जिले की हद से गुजरने वाले एक्सप्रेस वे कॉरिडोर मार्ग की हद में आने वाली भूमि की पहचान करने के कार्य में तेजी से जुटा है।
केंद्र सरकार की इस एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के निर्माण में दिखाई जा रही तत्परता को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाकायदा राजस्व अधिकारियों का एक अलग से विशेष सेल गठित कर रखा है, जो जिले से होकर गुजरने वाले एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के भूमि क्षेत्र की पहचान कर दस्तावेज बनाने में जुटा है। आपत्तिया दर्ज करने की सूचना 3 ए केपिटल के तहत जारी की गई है। इसके बाद अब 3 बी के तहत 14 जनवरी के बाद नई सूचना जारी की जाएगी। इसमें राजस्व अधिकारी मौके पर जाकर भूमि की हदबंदी कर निशान लगाएंगे। इसके लिए दोनों साइड पिल्लर आदि लगाकर हदबंदी कर दी जाएगी।
बहरहाल, जिले में एक्सप्रेस वे कॉरिडोर करीब 25 गावों से होकर गुजरेगा। इसमें मुख्य रूप से 17 गावों की पहले ही पहचान कर दी गई है, जिसमें चडवाल, सकताचक, मुट्टी हरदो, हमीरपुर, धमाल, बडाला, बिगमा, चन्नग्रा, छटियाल, गंडयाल, जखबड़, माजरा, मकसूसपुर, मुट्टी रकवाला, सेंपल सपला, शेरपुर आदि गाव शामिल है, जहां से होकर गुजरेगा। अभी जिले के आठ और गावों के लिए अधिसूचना जारी होगी। इसमें हीरानगर सब डिवीजन के गाव होंगे, जहा से एक्सप्रेस वे कॉरिडोर को गुजरना है। बाक्स----
इन गांवों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस वे
दिल्ली-अमृतसर से कटड़ा जाने वाला एक्सप्रेस वे कॉरिडोर लखनपुर-कठुआ की बजाय पंजाब से सीधा किडिया गंडयाल में बने नये पुल के साथ-साथ चंबा द बाग, चन्नग्रा, बडाला, शेरपुर, जखबड़ होते हुए सीधा सकतेचक और वहा से हाईवे के साथ-साथ चड़वाल के बाद फिर आगे जाकर नीचे से होते हुए कूटा स्थित छन्न मोरिया के पास हाईवे के साथ होकर जाएगा। इसके बाद फिर आगे जाकर दियानी के पास से नीचे होते हुए साबा के सुपवाल में जाकर हाईवे के साथ हो जाएगा। बाक्स---
90 मीटर चौड़ी होगी एक्सप्रेस वे
सिक्स लेन एक्सप्रेस वे कॉरिडोर करीब 90 मीटर चौड़ी होगा। इसमें 65 मीटर में सिर्फ सड़क मार्ग होगा और 25 मीटर भूमि दोनों ओर खाली छोड़ी जाएगी। एक्सप्रेस वे कॉरिडोर मार्ग में सिर्फ सकतेचक, किडिया गंडयाल और साबा के पास इंट्री होगी, जहा से एक्सप्रेस वे कॉरिडोर से होते हुए यात्रा कर सकेंगे।
कोट्स--
सिक्स लेन एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के लिए जिस क्षेत्र के लोगों से आपत्तिया मागी गई, उसकी अवधि पूरी होते ही अब अगली प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। हालाकि उनके पास पहुंची आपत्तियों को सरकार को भेजा जाएगा।
-ओपी भगत, डीसी, कठुआ। कोट्स---
एक्सप्रेस वे कॉरिडोर निर्माण जल्द शुरू करने के लिए प्रक्रिया तेजी से जारी है, ताकि तय समय पर इसे पूरा किया जाए। धारा 3 स्माल ए के तहत भूमि अधिग्रहण के लिए पूरे जम्मू संभाग में पहले ही जारी हो चुकी है। अब कठुआ जिले में भी 17 गावों के लिए 3 केपिटल ए के तहत भी सूचना जारी हो चुकी है, सिर्फ कठुआ के दो गाव बचा हुआ है,उसकी भी जल्द जारी होगी, उसके बाद प्रयास है कि कार्य जल्द जमीनी स्तर शुरू हो।
-अजय कुमार रजक, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, नेशनल हाईवे अथारिटी।