Move to Jagran APP

जलशक्ति विभाग के एक्सईएन ने गांव में पहुंचकर समस्याएं सुनीं

संवाद सहयोगी पुंछ सुंदरबनी के सीमावर्ती क्षेत्र के गांव गाई पनयास में रविवार को पेयजल किल्लत

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 May 2022 06:45 AM (IST)Updated: Wed, 11 May 2022 06:45 AM (IST)
जलशक्ति विभाग के एक्सईएन ने गांव में पहुंचकर समस्याएं सुनीं
जलशक्ति विभाग के एक्सईएन ने गांव में पहुंचकर समस्याएं सुनीं

संवाद सहयोगी, पुंछ : सुंदरबनी के सीमावर्ती क्षेत्र के गांव गाई पनयास में रविवार को पेयजल किल्लत से परेशान ग्रामीणों ने जलशक्ति विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। लोगों की पेयजल किल्लत को दैनिक जागरण ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। इससे हरकत में आए एक्सईएन बशीर अहमद दूसरे ही दिन पहाड़ों पर बसे सीमावर्ती क्षेत्र के अंतिम गांव गाई पनयास में जलशक्ति विभाग के कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों को आ रही हर समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया।

prime article banner

बैठक में स्थानीय पंच अशोक कुमार ने बताया कि गर्मी का मौसम शुरू होते ही क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि करीब पिछले दो महीने से पहाड़ों पर बसे इन गांवों के हजारों लोगों को पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। शिकायतों के बावजूद अधिकारी और कर्मचारी उनकी मांगों को अनदेखा कर रहे हैं। लोगों ने बताया कि पहले हफ्ते में दो या तीन बार पानी आता था, लेकिन गर्मी शुरू होते ही क्षेत्र में महीने में एक या दो बार पानी आ रहा है। लोगों को कई किलोमीटर दूरी का सफर तय करके प्राकृतिक जल स्त्रोतों से पीने के लिए पानी लाना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी लोगों को मवेशियों को पानी पिलाने में आ रही है।

बैठक में एक्सईएन ने अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि पहाड़ी क्षेत्र के इन गांवों में हफ्ते में चार बार से अधिक पानी दिया जाए। कोशिश की जाएगी हर दिन पानी दिया जाए, जिससे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा सरकार ने हर घर नल से जल पहुंचाने के लिए जल मिशन योजना को शुरू किया गया है। ऐसे में सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जल शक्ति विभाग में तैनात कर्मचारी पूरी ईमानदारी से काम करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.