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हिदी भाषा हमारी पहचान : अनवर खान

संवाद सहयोगी पुंछ जिले में हिदी दिवस पर साब्जियां में विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर राष्ट्र

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 06:18 AM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 06:18 AM (IST)
हिदी भाषा हमारी पहचान : अनवर खान
हिदी भाषा हमारी पहचान : अनवर खान

संवाद सहयोगी, पुंछ : जिले में हिदी दिवस पर साब्जियां में विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर राष्ट्रीय भाषा हिदी के बारे में जानकारी दी गई। जिले की मंडी तहसील के नियंत्रण रेखा पर सटे गांव साब्जियां के माडल हायर सेकेंडरी स्कूल में प्रिसिपल अनवर खान के दिशानिर्देश पर हिदी दिवस पर विशेष समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वाइस प्रिसिपल सरफराज अहमद ने की, जबकि रघुनाथ वर्मा, परवेज खान ने हिदी पर व्याख्यान दिया।

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कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रिसिपल अनवर खान ने हिदी के दायरे में विकास और लोकप्रियता के बारे में विभिन्न अंतर्दृष्टि से अवगत कराया। उन्होंने छात्रों को हिदी के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के बारे में भी बताया। उन्होंने सरकारी कार्यालयों के अलावा गैर सरकारी कार्यालयों जैसे प्रूफ रीडर्स, न्यूज रीडर्स, ट्रांसलेटर्स, टीवी एंकर्स, न्यूज एडिटर्स, हिदी साफ्टवेयर डेवलपर्स आदि में उपलब्ध विभिन्न पदों के बारे में भी जानकारी दी और बताया कि हर देश की अपनी राष्ट्रीय भाषा होती है। हमारी राष्ट्रीय भाषा हिदी है, जो हमारी पहचान है। हिदी सीखना जरूरी है।

इस अवसर पर छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया, जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन मुहम्मद शफी कादरी ने किया, जबकि हेड मास्टर गगडिया अब्दुल गनी, अरुण कुमार शर्मा, मुख्तार बांडे, शफी तांत्रे, बशीर हुसैन और सजाद अहमद विशेष तौर पर उपस्थित रहे। अंत में ज्योति जम्वाल ने कार्यक्रम में भाग लेने वालों का आभार प्रकट किया।

वहीं, ऊधमपुर के सरकारी डिग्री कालेज डुडु बसंतगढ़ में अंतर कालेज निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई। विश्व स्तर पर हिदी का महत्व विषय पर आयोजित लेखन प्रतियोगिता में प्रतियोगियों ने हिस्सा लेकर अपने विचार रखे। शिक्षित भारत के तहत हिदी दिवस पर आयोजित इस प्रतियोगिता में विभिन्न कालेजों से विद्यार्थियों ने हिस्सा लेकर हिदी के महत्व को प्रदर्शित करते हुए अपने विचार लिखे।

उन्होंने बताया कि उत्तर भारत में लोगों के जीवन में हिदी भाषा संचार और आपसी संवाद का मुख्य स्त्रोत है। वैश्विक परिदृश्य में हिदी बुलंदियों पर है। हिदी साहित्य हर दृष्टि से विश्व के सर्वश्रेष्ठ साहित्य में से एक है।


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