Jammu: किसानों को खाद बनाने और उसके उपयोग को लेकर किया जागरूक
इस अवसर पर सुकास्ट जम्मू की वैज्ञानिक डा. सरबदीप कौर ने मृदा परीक्षण के महत्व के बारे में बताया और किसानों को मिट्टी परीक्षण के परिणामों के अनुसार उर्वरक लगाने की सलाह दी। गूगल मीट के दौरान किसानों ने अपने सवाल रखे और वैज्ञानिकों ने उनकी समस्याओं का समाधान किया।
संवाद सहयोगी, पुंछ : कृषि विज्ञान केंद्र पुंछ ने गूगल मीट के माध्यम से खेती के दौरान खाद बनाने और उसके उपयोग के लिए किसानों को जागरूक किया। सुकास्ट जम्मू के दिशानिर्देश पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। डा. एसके गुप्ता ने बतौर मुख्य अतिथि गूगल मीट का उद्घाटन किया। इस गूगल मीट के दौरान दो तकनीकी सत्र शामिल रहे।
कृषि में उर्वरकों की भूमिका व बेहतर उत्पादकता के लिए उर्वरकों का संतुलित उपयोग और मृदा परीक्षण। इस अवसर पर डा. अजय गुप्ता ने अनाज में उर्वरकों की संतुलित खुराक के लाभों और मिट्टी की स्थिरता व स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए फसलों में उर्वरकों के विवेकपूर्ण उपयोग की आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने दलहनी फसलों की खेती के महत्व पर भी बात की।
कृषि विज्ञान केंद्र राजौरी के वैज्ञानिक डा. विशाल शर्मा ने किसानों को मिट्टी के स्वास्थ्य, मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण पर असंतुलित उर्वरक के हानिकारक प्रभावों से अवगत कराया और मिट्टी को नुकसान पहुंचाए बिना पौधों को सभी आवश्यक पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके साथ ही खाद बनाने के तरीकों पर भी चर्चा की।
इस अवसर पर सुकास्ट जम्मू की वैज्ञानिक डा. सरबदीप कौर ने मृदा परीक्षण के महत्व के बारे में बताया और किसानों को मिट्टी परीक्षण के परिणामों के अनुसार उर्वरक लगाने की सलाह दी। गूगल मीट के दौरान किसानों ने अपने सवाल रखे और वैज्ञानिकों ने उनकी समस्याओं का समाधान किया। इस अवसर पर कृषि अधिकारी अर¨वद बारू, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डा. अजय गुप्ता विशेष तौर पर उपस्थित रहे।