बिजली कर्मियों की हड़ताल से राजौरी-पुंछ जिलों में गहराया बिजली संकट
जागरण संवाददाता राजौरी/पुंछ बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़तबिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल ने पीर पंजाल क्षेत्र में सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। अधिकांश क्षेत्रों में ब्लैक आउट है। हड़ताली कर्मियों का डिवीजन कार्यालय राजौरी के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी है। राजौरी और पुंछ जिलों में हड़ताल 36वें घंटे में प्रवेश कर गई है और जिले के लगभग 90 प्रतिशत इलाके में बिजली बंद है। ाल ने पीर पंजाल क्षेत्र में
जागरण संवाददाता, राजौरी/पुंछ : बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल ने पीर पंजाल क्षेत्र में सामान्य जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। अधिकांश क्षेत्रों में ब्लैक आउट है। हड़ताली कर्मियों का डिवीजन कार्यालय राजौरी के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी है। राजौरी और पुंछ जिलों में हड़ताल 36वें घंटे में प्रवेश कर गई है और जिले के लगभग 90 प्रतिशत इलाके में बिजली बंद है।
शनिवार सुबह शुरू हुई हड़ताल रविवार को भी जारी रही। बिजली विभाग के इंजीनियर, लाइनमैन, मीटर रीडर, निरीक्षक और दैनिक वेतन भोगी डिवीजन कार्यालय में धरने पर बैठे रहे और विभाग के निजीकरण के विरोध नारेबाजी करते रहे।
प्रदर्शनकारी सुरेश कुमार, लियाकत अली, राजेश शर्मा आदि ने कहा कि सरकार हमारे बुनियादी मुद्दों को हल करने के बजाय समस्याओं को और बढ़ा रही है और आम आदमी को प्रभावित कर रही है।
उन्होंने कहा कि विभाग के इंजीनियर और अन्य कर्मचारियों को नियमित वेतन नहीं मिल रहा है और विभाग के सबसे ज्यादा पीड़ित दैनिक वेतन भोगी और जरूरतमंद बेस वर्कर के साथ-साथ कैजुअल लेबर हैं, जो दशकों से इस विभाग में काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी कठिनाइयों को कम करने बजाय बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि हमारे नेता जम्मू में धरने पर बैठे हैं और राजौरी में यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती।
उन्होंने कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज को बिजली उपलब्ध कराने वाले एक फीडर को छोड़कर वर्तमान में पूरे राजौरी कस्बे में बिजली गुल है।
हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी स्वास्थ्य संस्थान बिजली से बाहर न रहे और सुरक्षा प्रतिष्ठानों में बिजली की आपूर्ति भी चालू रहे, सिवाय इसके कि हम किसी अन्य ट्रांसमिशन लाइन या फीडर में आई फॉल्ट को ठीक नहीं करेंगे।
राजौरी के अलावा, पुंछ जिले में भी कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा, जिससे जिले के अधिकांश इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और बमुश्किल कुछ फीडर काम कर रहे हैं।
पूरे पीर पंजाल क्षेत्र के लोगों ने इसे जम्मू-कश्मीर के इतिहास का काला अध्याय करार दिया और कहा कि एक तरफ हम डिजिटल इंडिया के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं और दूसरी तरफ प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बिजली नहीं है।