सुंदरबनी में अग्निशमन केंद्र खोलने की लोगों ने उठाई मांग
संवाद सहयोगी पुंछ सुंदरबनी में लोगों ने अग्निशमन केंद्र खोलने की केंद्र व राज्य प्रशासन से मां
संवाद सहयोगी, पुंछ : सुंदरबनी में लोगों ने अग्निशमन केंद्र खोलने की केंद्र व राज्य प्रशासन से मांग उठाई है। लोगों का कहना है कि आए दिन आग की घटनाओं से आम लोगों व किसानों की फसलों में आग लगने की घटनाओं के बाद लाखों रुपये का नुकसान होता है। वर्षो से यहां के हजारों लोग सुंदरबनी में अग्निशमन केंद्र खोलने और दमकल विभाग की गाड़ी की मांग कर रहे हैं, लेकिन लोगों की इस मांग की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कुछ ही दिन पहले सुंदरबनी में भीषण आग लगने से एक लकड़ी फैक्ट्री में लाखों रुपये का नुकसान हो गया था। इसके बावजूद प्रशासनिक गतिविधियों में कोई ऐसा प्रयास नहीं दिख रहा कि सुंदरबनी उपनगर को आग की घटनाओं से सुरक्षित किया जा सके। सुंदरबनी में आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए किसी भी तंत्र के न होने से वर्षो से लोगों को भारी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। हर वर्ष आग की घटनाएं पेश आती रहती हैं, लेकिन बार-बार मांग करने के बावजूद सुंदरबनी में अग्निशमन केंद्र या दमकल वाहन सरकार मुहैया नहीं करा रही है। हर वर्ष सर्दी में अक्सर शार्ट सर्किट होने, हीटर, अंगीठियों व अन्य उपकरणों के इस्तेमाल के अधिक उपयोग होने की वजह से आग लगने जैसी घटनाएं होती हैं। वहीं, गर्मी के मौसम में हर वर्ष लाखों रुपये की वन संपदा को भीषण आग से क्षति पहुंचती है। वर्षो से फायर ब्रिगेड की गाड़ी की मांग कर रहे लोगों का रोष सरकार के खिलाफ दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि विभाग और सरकार की लापरवाही आम आदमी पर भारी पड़ सकती है।
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- इंसेट
मांग के बावजूद सुंदरबनी में अग्निशमन विभाग का कार्यालय नहीं खोला जा रहा है। करीब 70 साल से लोगों की मांग की तरफ न तो कांग्रेस सरकार ने ध्यान दिया और न ही भाजपा इसे पूरा कर पाई। हर बार क्षेत्र में जब भी कहीं आग लगने की घटना होती है तो उसमें लाखों रुपये का नुकसान हो जाता है। प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मांग की जाती है कि जल्द से जल्द सुंदरबनी में अग्निशमन केंद्र खोला जाए।
-मुनीष शर्मा
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- इंसेट
उपजिला सुंदरबनी के आसपास की करीब तीन से अधिक पंचायतों में कहीं भी आग लग जाने पर 30 किलोमीटर दूर नौशहरा से फायर ब्रिगेड की गाड़ी बुलानी पड़ती है। उस गाड़ी के मौके पर पहुंचने में काफी समय लग जाता है। तब तक आग से काफी नुकसान हो चुका होता है। अगर सुंदरबनी में अग्निशमन केंद्र खुल जाए तो क्षेत्र में आग से होने वाले नुकसान को काफी कम किया जा सकता है।
- संजय शर्मा, पार्षद एवं भाजपा जिला प्रवक्ता
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- इंसेट
कई सरकारें बनीं और टूटीं, लेकिन किसी भी सरकार ने सुंदरबनी की इस पुरानी मांग को पूरा नहीं किया। कुछ दिन पहले सुंदरबनी में लकड़ी मिल में लगी भीषण आग में लाखों रुपये का नुकसान हो गया। जब तक दमकल वाहन वहां पहुंचता, तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। हर क्षेत्र में सुंदरबनी के साथ भेदभाव हुआ, जिसका खामियाजा यहां की गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है।
- मनोहर लाल, स्थानीय दुकानदार
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उपजिला सुंदरबनी के आसपास की हजारों की आबादी और कई किलोमीटर दूर तक दमकल केंद्र नहीं होने पर आग की घटनाओं में हर बार लाखों का नुकसान होता है। आग बुझाने के लिए लोगों को राजौरी और नौशहरा दमकल केंद्रों से संपर्क करना पड़ता है। जब तक वहां से गाड़ी सुंदरबनी पहुंचती है, तब तक सब जलकर खत्म हो चुका होता है। जिला प्रशासन हर वर्ष आग की घटनाओं को रोकने के दावे ही करता रहता है, लेकिन कोई दमकल गाड़ी की व्यवस्था सुंदरबनी में नहीं की गई है।
- संजीत अंतल, दुकानदार