15 दिन से नहीं मिली पेयजल आपूर्ति
जागरण संवाददाता कठुआ भले ही पीएचई विभाग के डेलीवेजरों की हड़ताल के बावजूद पानी की आपू
जागरण संवाददाता, कठुआ : भले ही पीएचई विभाग के डेलीवेजरों की हड़ताल के बावजूद पानी की आपूर्ति को बनाए रखने का दावा करता हो लेकिन बढ़ती गर्मी के इस मौसम में कर्मचारियों की हड़ताल पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर पड़ने लगा है। जिसके कारण अब लोग पर्याप्त पेयजल आपूर्ति किए जाने की मांग को लेकर अपने घरों से बाहर आना शुरू हो गए हैं। सोमवार को कंडी क्षेत्र में पड़ने वाली सहार पंचायत के शेर कोटला गाववासियों का एक शिष्टमंडल पीएचई विभाग के एक्सईएन कार्यालय पहुंचा और वहा अधिकारियों को गाव में पिछले 15 दिनों से बंद पड़ी पेयजल आपूर्ति को बहाल किए जाने की माग की।
शिष्टमंडल का नेतृत्व कर रहे पंचायत के नायब सरपंच विकास उपाध्याय ने कहा कि उनकी पंचायत में पड़ने वाले शेर कोटला गाव में पानी की सप्लाई के लिए हालाकि विभाग द्वारा अलग से ट्यूबवेल लगाया गया है लेकिन 120 के करीब परिवार वाले इस गाव के ट्यूबवेल पर पिछले 15 दिनों से न तो कोई मोटरमैन है और न ही कोई कॉकमैन। जिसके कारण उन्हें सब कुछ होने के बावजूद भी प्यास बुझाने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि गाव का अपने ट्यूबवेल होने के बावजूद लोगों को पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए निजी टैंकर का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं गाव के गरीब परिवारों जिनके पास पानी को स्टोर करने के लिए ज्यादा सुविधा नहीं है। उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है। लोगों को गाव से करीब 2 किलोमीटर दूर कुएं और दरिया में जाकर पानी की जरूरत को पूरा करना पड़ रहा है। जिससे भीषण गर्मी में उन्हें वहा से पानी लाने के लिए काफी समय बर्बाद हो रहा है। शिष्टमंडल में शामिल निम्मी देवी, राजकुमार, मोहन लाल आदि ने कहा कि गाव में पेयजल की आपूर्ति की समस्या पीएचई कर्मचारियों की हड़ताल के समय से ही है। हालाकि बीच बीच में विभाग वहा कुछ समय के लिए कर्मचारियों को नियुक्त करता है लेकिन उसके बाद फिर उन्हें हटा लिया जाता है। जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें पिछले 15 दिनों से उठानी पड़ रही है क्योंकि कर्मचारी न होने के कारण गाव का ट्यूबवेल पिछले 15 दिनों से नहीं चला है और लोग बूंद-बूंद पानी के लिए मोहताज हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज विभाग के अधिकारियों से हुई मुलाकात के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया है कि अगले 24 घटों में उनके गांव के ट्यूबवेल पर कर्मचारी की तैनाती की जाएगी अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो सड़कों पर आने से गुरेज नहीं करेंगे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप