टाडी में पेयजल को लेकर मची त्राहि-त्राहि
संवाद सहयोगी, बिलावर : गर्मियों में तहसील मुख्यालय के महज चार किलोमीटर दूर सुकराला पंचायत का टाडी मे
संवाद सहयोगी, बिलावर : गर्मियों में तहसील मुख्यालय के महज चार किलोमीटर दूर सुकराला पंचायत का टाडी में पेयजल संकट से लोग त्राहि-त्राहि कर रहें हैं। जिसका कारण एक तो गाव में पीएचई सप्लाई नहीं है वहीं अधिकतर पेयजल स्त्रोत सूख गए हैं। ऐसे में ग्रामीण अपनी पेयजल की जरूरत को पूरा करने के लिए करीब दो किलोमीटर दूर हैंडपंप से पानी लेने आ रहे हैं। लोगों ने पीएचई विभाग से टैंकर से पानी सप्लाई देने की गुहार लगाई है। पूर्व पंच महंत राम, बिहारी लाल, गुड्डू राम, अशोक कुमार, बीरबल आदि ने बताया कि टाडी में पीएचई की सप्लाई पहले से नहीं है। यहा गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही प्राकृतिक पेयजल स्रोत भी सूख गए है। जिससे समस्या और भी विकराल हो गई है। गांव की एससी वार्ड और बाग के पास लगे हैंडपंप काफी समय से खराब पड़े हैं। इससे पानी को लेकर मारामारी और बढ़ गई है।
उन्होंने बताया कि अब वे लोग पानी के लिए दो किलोमीटर दूर टाडी के मंदिर के पास पानी लेने आ रहे हैं यदि खराब हैंडपंप ठीक होते तो लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं होती । जिन्हे ठीक करवाने के लिए विभाग से कई बार गुहार लगा चुके हैं। लोगों ने विभाग से हर रोज टैंकर से पानी देने की माग की है। इस बारे में पीएचई विभाग के एईई बिलावर सब डिवीजन वीरेंद्र सिंह ने बताया कि विभाग ने बुधवार को भी टाडी पानी देने के लिए टैंकर भेजा है। जबकि भक्तपुर स्कीम का काम चल रहा है जिसे पूरा होने में समय लगेगा।
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हीरानगर में रखरखाव के अभाव में दर्जनों हैंडपंप बने शोपीस
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संवाद सहयोगी, हीरानगर : कंडी क्षेत्र में पानी की किल्लत को देखते हुए पीएचई विभाग द्वारा लगाए गए दर्जनों डीप हैडपंप मरम्मत के उचित प्रबंध न होने की वजह से मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं। हीरानगर कस्बे में वार्ड दो में कॉलेज के नजदीक अर्जुन चक, गुडा बालू, पथवाल, ढल्ली आदि गावों में लगे हैडपंप पिछले कई महीनों से खराब पडे़ है जिनकी आज तक मरम्मत नहीं हुई। हीरानगर निवासी मूल राज, दर्शन लाल, प्रीतम चंद, दया राम, बनारसी दास का कहना है कि कंडी क्षेत्र में ट्यूबवेलों की मशीनरी की खराबी की वजह से अक्सर पेयजल आपूर्ति बंद रहती है। ऐसे में लोग डीप हैड पंपों का पानी पी लेते थे। पीने के पानी का कोई अन्य स्रोत भी नहीं है। पहले ट्यूबवेलों में सप्लाई बंद हो जाने पर विभाग टैकरों से पानी की सप्लाई करता था। अब टैकरों से सप्लाई भी विभाग ने बंद कर दी है। ऐसे में डीप हैडपंपों की मरम्मत न होने से लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दस सालों में विभाग ने विधानसभा क्षेत्र में सैकड़ों डीप हैड पंप लगा दिए है जिन की मरम्मत के लिए कर्मचारी जम्मू से आते है। जबकी विभाग को मरम्मत के लिए जिला स्तर की टीम नियुक्त करनी चाहिए। ताकि जल्द समस्या का समाधान हो सके। इस संबंध में पीएचई के हीरानगर सब डिवीजन के एईई गोपाल शर्मा का कहना है कि खराब डीप हैडपंपों की मरम्मत ग्राउंड वाटर डिपार्टमेंट करता है। जिन गांवों में पंप खराब है उसकी रिपोर्ट संबंधित विभाग के अधिकारियों तक पहुंचा देंगे।