हैंडपंपों का पानी खारा होने से लोग पेयजल को तरसने लगे
संवाद सहयोगी हीरानगर घरों में लगाए गए छैलो हैंडपंपों का पानी खारा हो जाने से क्षेत्र के लोगो
संवाद सहयोगी, हीरानगर : घरों में लगाए गए छैलो हैंडपंपों का पानी खारा हो जाने से क्षेत्र के लोगों पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। हालत यह है कि एक तो पीएचई के ट्यूबवेलों से नियमित सप्लाई नहीं होती दूसरा पंपों का पानी भी पीने के लायक नहीं रहा। ग्रामीणों ने पीएचई विभाग के अधिकारियों से पंपों के पानी की जाच करवाने के साथ-साथ ट्यूबवेलों से सप्लाई भी नियमित करने की माग की है। क्षेत्र निवासी तिलक राज, मोहन लाल, बनारसी दास, रमेश चंद्र, रतन चंद का कहना है कि पुराने कुएं क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद लोगों ने पानी की जरूरत के लिए सीमावर्ती गावों में निजी छैलो हैंडपंप लगा रखे हैं जो बीस से 70 फुट तक गहरे हैं जिनका पानी कुछ सालों में ही खारा हो गया है। इससे खाना नहीं पकता ओर नहाने, कपड़े धोने के काम भी नहीं आ रहा। लोगों को मजबूरन सही पानी पीना पड़ता है। पीएचई विभाग को पंपों के पानी की जाच करवानी चाहिए ताकि पता चल सके कि कहीं पानी सेहत के लिए नुकसानदायक तो नहीं। वही इस संबंध में पीएचई के एईई गोपाल शर्मा का कहना है कि विभाग की कठुआ में लेबोटरी है जिन गावों में पानी खारा हो गया है लोग उसके सैंपल कार्यालय में पहुंचाएं जाच करवा देंगे।
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