रिया टाडी में पेयजल किल्लत, तीन किमी दूर से लाना पड़ता है पानी
संवाद सहयोगी बिलावर उप जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर रिया टाडी गाव के ग्रामीणों को आज भी
संवाद सहयोगी, बिलावर : उप जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर रिया टाडी गाव के ग्रामीणों को आज भी स्वच्छ पेयजल की दरकार है। आज भी लोगों की दिनचर्या पीने के लिए पानी के जुगाड़ से शुरू होती है। जल शक्ति विभाग द्वारा हरिया टाडी गाव में पीने के पानी की सप्लाई की कोई व्यवस्था नहीं की गई। इस कारण लोग प्राकृतिक जल स्त्रोतों पर ही निर्भर हैं। स्थानीय निवासी जहीर खान, जोगिंदर सिंह, सलीमा बेगम, याहिद अली, चुन्नीलाल, रफीक राथर ने बताया कि रिया टाडी आज भी कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गाव में पेयजल की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। पाच सौ से अधिक आबादी वाले रिया टाडी के लोगों को आज भी प्राकृतिक स्त्रोतों से पानी लाना पड़ता है। गर्मी में जब प्राकृतिक जल स्त्रोत सूख जाते हैं, गाव वासियों को 3 किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर नाज नाले से पानी लाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों से समस्या के समाधान की मांग की गई, लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ हासिल नहीं हुआ। अधर में है भक्तपुर पेयजल योजना
उन्होंने बताया कि रिया टाडी को पानी देने के लिए भक्तपुर योजना बनी है। इसमें विभाग द्वारा पाइप लाइन भी बिछाई गई है, लेकिन जल शक्ति विभाग आज तक सप्लाई नहीं दे सका है। इससे लोगों में विभागीय अधिकारियों के खिलाफ रोष है। उन्होंने कहा कि कई सरकारें आई और चली गई, लेकिन उन लोगों की हालत आज भी नहीं बदली है। ग्रामीणों ने कहा कि महिलाओं की दिनचर्या सिर पर बर्तन उठाकर पानी ढोने से शुरू होती है। लोगों ने उपराज्यपाल से माग की है कि प्रशासन लोगों की समस्याओं का संज्ञान ले और जल्द से जल्द इलाके में पेयजल सप्लाई की सुविधा की जाए, ताकि राहत मिले। कोट्स
भक्तपुर योजना चल रही है। इसके द्वितीय चरण में पंप भी लग गया है, पाइपों का टेंडर हो गया है। कुछ ही दिनों में पाइपों को लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा।
-अनिल जंजुआ, एईई, जल शक्ति विभाग, बिलावर सब डिवीजन