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नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कल

जागरण संवाददाता कठुआ नगर परिषद में प्रधान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को दोपहर

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 12:32 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 12:32 AM (IST)
नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कल
नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कल

जागरण संवाददाता, कठुआ: नगर परिषद में प्रधान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर सोमवार को दोपहर 12 बजे मतदान होगा। डीसी ने नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मतदान कराने के सभी उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। शहर की राजनीतिक घटनाक्रम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। बताया जा रहा है प्रदेश भाजपा अपने पार्षदों को व्हीप जारी करेगी। मौजूदा समय में 20 पार्षदों की संख्या वाली नगर परिषद कठुआ में भाजपा के 12 पार्षद हैं। इसके अलावा एक कांग्रेस और 7 निर्दलीय हैं। निर्दलीय अपने-अपने गुट के साथ जुड़े हैं। इसमें भाजपा के 12 पार्षदों को 3 निर्दलीय का समर्थन है। इसके चलते 20 में से 15 पार्षदों का नप प्रधान को समर्थन है। अन्य चार निर्दलियों का अपना गुट है। जो इस समय नरेश शर्मा को हटाने के लिए भाजपा के चार पार्षदों को समर्थन देने के लिए तैयार हैं, जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाया है।

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इस राजनीतिक घटनाक्रम में खास बात यह प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले उन्हीं के पार्टी के चार पार्षद शामिल हैं, जिन्होंने नरेश शर्मा के राजनीतिक विरोधियों का सहयोग लिया है, जो शुरू में भी चुनाव संपन्न होने के बाद नरेश शर्मा को प्रधान बनाने के लिए करीब 4 महीने तक रोड़ा अटकाए रखे थे। उसके बाद भी जब नरेश शर्मा भाजपा के 12 पार्षदों सहित 3 निर्दलीयों के सहयोग से प्रधान बने तो कुछ महीने के बाद उनके खिलाफ कोर्ट में उनके पद पर बने रहने का स्टे लगा दिया, जिसके बाद नरेश शर्मा को करीब 3 महीने के बाद कोर्ट ने स्टे हटाकर राहत दी थी, फिर प्रधान पद की कुर्सी पर आसीन हुए। हालांकि, मौजूदा समय में भाजपा के जिन चार पार्षदों ने निर्दलीय के सहयोग से प्रधान एवं उपप्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए है, वो इससे पहले भी अंदरखाते से इस तररह की योजना को अंजाम देने के प्रयास कर चुके हैं।

पार्टी में आम राय नहीं बनने पर वे तब सफल नहीं हो पाये, लेकिन इस बार लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद जिला प्रशासन को प्रधान एवं उप प्रधान के वोटिग कराने का प्रबंध किया गया है। वर्ष 2018 में प्रधान बनने के करीब डेढ़ साल में नरेश शर्मा को पहली बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि इससे पहले वो इसी पद पर रहते हुए अपने कटट्र राजनीतिक विरोधियों द्वारा चली गई चाल का शिकार हुए थे, तब तीन माह तक कोर्ट द्वारा लगाई गई अपनी कुर्सी बचाने के लिए नरेश शर्मा के पास पार्टी ही संकटमोचन बन सकती है। अब देखना है कि पार्टी की इसमें क्या भूमिका रहती है। बाक्स----

जारी गतिरोध का मामला सांसद एवं प्रदेश प्रधान के पास पहुंचा

जिला मुख्यालय पर भाजपा की प्रभावशाली और पूर्ण बहुमत से चल रही नगर परिषद में अचानक बने गतिरोध का मामला पार्टी के शीर्ष नेताओं के संज्ञान में आ चुका है, पार्टी के बड़े नेता इस मामले को बाहर जाने की बजाए अंदर ही सुलझाने के प्रयास में है। इसके लिए गत शुक्रवार से जिला मुख्यालय पर प्रदेश के नेताओं ने डेरा डाल कर इस गंभीर मामले को तुरंत हल करने की मुहिम शुरू कर रखी है। जिला प्रभारी युद्धवीर सेठी अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्टी के चार पार्षदों की वर्तमान प्रधान व उप प्रधान सहित अन्य चार पार्षदों को आपस में बैठाकर मामले को सुलझाने के लिए प्रयास कर चुके है। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। अब देखना है कि उनका प्रयास अब वोटिग के दिन अपनी ही पार्टी के प्रधान व उप प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव रोकने में कितना सफल होता है, ये तो कल ही वोटिग के बाद पता चल पाएगा, लेकिन सूत्रों के अनुसार पार्टी इस मामले को सुलझाने का दावा कर चुकी है।


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