यातायात के साधन न होने से ग्रामीण परेशान
संवाद सहयोगी बसोहली हट़्ट माश्का सड़क पर दर्जनों छोटे-बड़े गांव हैं लेकिन लोगों की मु
संवाद सहयोगी, बसोहली: हट़्ट माश्का सड़क पर दर्जनों छोटे-बड़े गांव हैं, लेकिन लोगों की मुश्किलें कम नहीं हो रही। लॉकडाउन जब से शुरू हुआ तभी से यातायात के साधन ठप पड़े हुए हैं।
स्थानीय निवासियों को हट्ट माश्का से शाहरा तक बस पकड़ने के लिये कई परेशानियों से होकर गुजरना पड़ता है। कोई ट्रेक्टर पर बैठकर सफर करता है तो कोई पैदल, कोई मोटर साइकिल पर सफर करता है, मगर सड़क के बरसात में खराब होने के कारण कई बार मोटर साइकिल को धक्का मारना पड़ता है। सरकारी कर्मी, स्थानीय निवासी अथवा एनएचपीसी, सेवा पावर स्टेशन के कर्मी, हर कोई सड़क से परेशान है। पहले सरकार के दिशा निर्देश पर यातायात के साधनों को बंद किया गया, अब भारी बरसात के कारण सड़क की हालत जगह-जगह से खराब हो गई है। इस सड़क पर बसे गांवों सांधर पालाही, सलोआ, खाला, द्रमुणी, खजूरा, दलोआ, सल्लान, हट्ट, माश्का, दाउन, बदाड़ी, सेबरा, बेई, डेडरा आदी दर्जनों गांवों के लोग यातायात सुविधा से वंचित हैं। इस सड़क के बंद होने से गैस सिलेंडर, राशन आदि लाने में काफी परेशानी हो रही है।
पूंड ब्लॉक के बीडीसी चेयरमैन शंकर सिंह, गरमेल सिंह, भूपिद्र सिंह आदि का कहना है कि स्थानीय निवासियों ने अपनी ओर से प्रशासन के आगे गुहार लगाई, मगर सड़क की हालत खराब होने के कारण सड़क पर कोई भी बस सेवा देने को तैयार नहीं है। एडीसी ने भी प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग को निर्देश दिये, मगर अभी तक यातायात सुविधा बहाल नहीं हो पाई है। इस बाबत प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारियों को कहना है कि इस संदर्भ में संबंधित ठेकेदार को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। 19 किलोमीटर सड़क को साफ करने के लिये कार्रवाई शुरू हो जाएगी।