सच्चा सुख केवल भगवान के चरणों में ही मिलता है
शहर के शिवानगर में जारी श्रीमद् भागवत कथा में शुक्रवार कथावाचक संत सुभाष शास्त्री महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं पर ज्ञान की वर्षा करते हुए बताया कि मनुष्य को सदैव ईश्वर को याद रखना चाहिए।
जागरण संवाददाता, कठुआ : शहर के शिवानगर में जारी श्रीमद् भागवत कथा में शुक्रवार कथावाचक संत सुभाष शास्त्री महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं पर ज्ञान की वर्षा करते हुए बताया कि मनुष्य को सदैव ईश्वर को याद रखना चाहिए। जो मनुष्य संसारिक सुख में ईश्वर को भूल जाता है, वह कभी सुखी नहीं रह सकता है। सच्चा सुख केवल भगवान के चरणों में ही मिलता है। इसलिए प्रतिदिन उस परमपिता प्रभु का सिमरन अवश्य करें। उसके बाद उनको समर्पित कर कार्य करें, कभी असफलता नहीं मिलेगी। प्रभु को कैसे पाया जाता है,उनसे कैसे लगन लगाई जाती है। इसके लिए ज्ञान होना जरूरी है।
ज्ञान प्राप्त करने के लिए किसी संत महापुरुष की शरण में जाना पड़ता है। संत महात्मा ही मनुष्य को प्रभु से मिलने का सही मार्ग बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि कथा सुनने से मनुष्य कई पापों से मुक्ति पाता है। सत्संग के द्वारा ही मनुष्य को सत्य- असत्य, नित्य-अनित्य, हित-अहित, कर्तव्य-अकर्तव्य का विवेक होता है। मोह-ममता, राग-द्वेष और अज्ञान आदि की निवृत्ति सत्संग से ही संभव है। सत्संग से साधक भगवान से समीपता, आत्मीयता और अंत में समता का अनुभव होता है।