ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान, मुआवजे की मांग
संवाद सहयोगी बसोहली उपजिला के कई गांवों में वीरवार शाम को हुई ओलावृष्टि शुक्रवार
संवाद सहयोगी, बसोहली : उपजिला के कई गांवों में वीरवार शाम को हुई ओलावृष्टि शुक्रवार को भी देखने को मिली। वहीं, शनिवार को भी ओलावृष्टि हुई। सांधर गांव में ओलावृष्टि की परत तबाह हुई फसलों पर देखने को मिल रही थी। यह ओलावृष्टि राहगीरों के लिए तमाशा बनी हुई थी तो किसान इस ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा अपने खेतों में ले रहे थे।
सांधर, सलोआ, सांधर पलाही, शाहरा में ओलावृष्टि का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला। यहां वीरवार को शाम चार बजे के करीब हुई ओलावृष्टि शुक्रवार को शाम तक देखने को मिली। यहां पर सुबह तीन से चार इंच ओलावृष्टि कई जगहों पर दिख रही थी। वहीं, शनिवार को भी ओलावृष्टि हुई। सांधर मोड़ के किसान मोहन सिंह ने बताया कि उनके खेतों में लगी गेहूं की फसल तो बिल्कुल तबाह हो गई है। लहसुन, प्याज, धनिया और सौंफ के पौधे तो बिल्कुल जमींदोज हो गए हैं। पहले ही मौसम की मार थी। जंगली जानवरों की रखवाली कर इस फसल को किसी तरह से बचाया। अब ओलावृष्टि ने हमारी कमर तोड़ दी। सभी फसलें खराब हो गई हैं। प्याज की पनीरी इस बार सबसे महंगी मिली। हमारे खेतों में हर बार दो क्विंटल के करीब प्याज तैयार होता था। इस बार बाजार से प्याज खरीदने को मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने उपजिला प्रशासन से फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर मुआवजा देने की पहल करने की मांग की है।