झमाझम बारिश से हाड़ कंपा देने वाली ठंड का बढ़ा टार्चर
लगातार झमाझम बारिश ने रोजमर्रा जीवन की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी है। लगातार हो रही बारिश से जहां लोग सर्दी से कांप उठ़े हैंवहीं पहाड़ों पर बर्फबारी से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो गया है। कई सड़क मार्गो एवं लिक मार्गो पर मलबा व पस्सियां गिरने से आवाजाही वधित हो गई हैं। जिससे पहाड़ी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की मुशिकलें बढ़ गई हैं।
जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले में दो दिन से जारी झमाझम बारिश ने रोजमर्रा के जीवन की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। लगातार हो रही बारिश से पारा अचानक नीचे आ गया है, जिससे जबरदस्त ठंड पड़ने लगी है। वहीं, पहाड़ों इलाकों में बर्फबारी से कई सड़कों पर मलबा व पस्सियां गिरने से आवाजाही बाधित हुई है। इससे पहाड़ी ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की मुशिकलें बढ़ गई हैं।
अभी मौसम अगले दो दिन तक सामान्य नहीं होने का अनुमान लगाया गया है। अब 15 दिसंबर तक मौसम साफ होने का अनुमान लगाया गया है, उसके बाद ही लोगों को खराब मौसम एवं ठंड से राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। निचले क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से जिन लोगों ने गेहूं की फसल लगाई है, उसमें पानी भर गया है। शहर में कई गलियां जलमग्न हो गई हैं। वार्ड 17 में रेडियो स्टेशन के साथ लगती गली में पानी भरने से कुछ घरों के लिए मुश्किलें बन गई हैं। जीएमसी कठुआ को शहर से जोड़ने वाले मार्ग पर निर्माण कार्य के चलते डाली गई मिट्टी से पानी की निकासी बंद हो गई है। इससे मरीजों को अस्पताल ले जाने में मुश्किलें आ रही हैं। बारिश से गांवों में कई मार्गो पर फिसलन बढ़ने से लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। लगातार हो रही बारिश से बनी की लाइफ लाइन मानी जाने वाली बनी-बसोहली सड़क भी यातायात के लिए बाधित है। मगैर से बनी तक करीब 18 किलोमीटर मार्ग पर जगह-जगह पस्सियां गिरने से सुबह से ही बनी-बसोहली मार्ग यातायात के लिए बंद है। हालांकि, दोपहर बाद ग्रेफ ने प्रयास कर मार्ग में फंसे तीन दर्जन वाहनों को निकाल दिया, लेकिन शाम को भी बारिश होने से यह मार्ग फिर बंद हो गया। इसके अलावा बनी से आसपास के गांवों को जाने वाले सभी मार्ग यातायात के लिए बंद हो गए हैं, जिससे लोग घरों में कैद हो गए हैं। -----------
दो दिन में 65 एमएम बारिश
शहर में लगातार हो रही बारिश के चलते कार्यालयों में स्कूलों में हाजिरी कम दिखी। वीरवार रात भर भी झमाझम बारिश जारी रही। इससे शहर की कई स्थानों पर गलियां जलमग्न हो गई हैं। जिले में दो दिन में 65 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। अधिकतम तापमान दो डिग्री और गिर गया है। शुक्रवार को अधिकतम 12 डिग्री और न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस रहा। अभी अगले दो दिन तक इतनी ही बारिश होने की संभावना जताई गई है, जिससे लोगों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। खासकर पहाड़ी क्षेत्र में रास्ते बंद होने से आवाजाही बाधित हो सकती है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. विशाल गुप्ता ने किसानों को अब अगली एडवाइजरी जारी होने तक ही गेंहू की बिजाई की तैयारी करने की सलाह दी है। निचले क्षेत्र में बीजी गई गेहूं की फसल में पानी नहीं जमा होने देने की सलाह दी गई है।
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बनी के ऊंचे पहाड़ों पर दो दिन में चार फुट हिमपात
-निचले इलाकों में भी दो फुट तक हुई है बर्फबारी
-सीजन में पहली बार बनी कस्बे में भी छह इंच गिरी बर्फ
-लगातार बारिश-बर्फबारी से बनी उपमंडल में बिजली गुल फोटो सहित-9
संवाद सहयोगी, बनी: दो दिन से जारी लगातार बारिश के कारण कस्बे में इस सीजन की पहली बर्फबारी शुक्रवार दोपहर से शुरू हो गई है। शाम तक कस्बे में करीब छह इंच बर्फबारी हो गई थी। दोपहर से कस्बे में बिजली गुल हो गई, जो देर शाम तक बहाल नहीं हो पाई थी। उधर, पहले से ही बनी उपमंडल का ग्रामीण क्षेत्र वीरवार से ही अंधेरे में डूबा है। बारिश व बर्फबारी के जारी रहते बिजली आपूर्ति बहाल होने की जल्द उम्मीद नहीं है। इससे करीब 50 हजार आबादी प्रभावित हुई है। इससे कस्बे में ब्राडबैंड सेवा भी प्रभावित हो गई है।
बारिश से पहाड़ों पर 4 फीट और निचले इलाकों के गांवों में भी दो-दो फुट बर्फबारी हो गई है। इससे ठंड में भयंकर इजाफा हो गया है। बर्फबारी के कारण पूरा बनी शीतलहर की चपेट में है। इससे कठुआ के मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है। हालांकि, बनी क्षेत्र में सामान्य बर्फबारी बागवानों के लिए अच्छी है, लेकिन अगर इससे ज्यादा बर्फबारी होती है तो फलदार पौधों को नुकसान हो सकता है।
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बारिश से जिले में बिजली आपूर्ति आंशिक रूप से प्रभावित है। जिले के निकटवर्ती गांव शेरपुर में ट्रांसफार्मर खराब होने से आपूर्ति बंद हुई है, जिसे जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं। बनी उपमंडल में हो रही बर्फबारी से गत दिवस से बिजली आपूर्ति ठप पड़ी है। जब तक बारिश-बर्फबारी होती रहेगी, बिजली आपूर्ति बहाल कर पाना मुश्किल है। मौसम साफ होते ही बिजली आपूति बहाल कर दी जाएगी।
-मोहम्मद शफी, कार्यकारी अभियंता, विद्युत विकास निगम, कठुआ