पुलवामा हमले पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला प्रोफेसर फरार
- कॉलेज में तीन माह पहले भी कक्षा रूम में डेस्क पर पुलवामा हमले का अंजाम याद करने का लिखा
- कॉलेज में तीन माह पहले भी कक्षा रूम में डेस्क पर पुलवामा हमले का अंजाम याद करने का लिखा संदेश पाया गया था,
- छात्र व हिंदू संगठनों ने कश्मीर के प्रोफेसर की करतूत के खिलाफ किया शहर में प्रदर्शन
फोटो सहित-5,14,15
जागरण संवाददाता, कठुआ : कठुआ जिले के दूसरे डिग्री कॉलेज में कश्मीर के एक और प्रोफेसर द्वारा विशेष वर्ग के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के मामले पर छात्र एवं हिंदू संगठनों में भारी रोष भड़क गया है। जिले के भाईचारे को साजिश के तहत खराब करने के प्रयास के आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में शामिल अभाविप छात्र संगठन के अलावा विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता शामिल थे। सभी कार्यकर्ताओं ने पुलिस से आरोपी प्रोफेसर, जिसके खिलाफ कठुआ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज है, ऐसे में अब पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें अन्यथा अभाविप 24 मई को कठुआ में उग्र प्रदर्शन करेगी। अभाविप के सदस्यों ने आरोपी प्रोफेसर की कठुआ डिग्री कॉलेज में एक साल तक की नौकरी के दौरान उसकी पूरी गतिविधियों की गहन से जांच की जाए, वह जहां कैसे अनुबंध के आधार पर तैनात हुआ और उसके जहां रहते हुए किस किस से संपर्क थे, ये अब गहन जांच का विषय बन गया है। कठुआ डिग्री कॉलेज में जिस प्रोफेसर को छात्रों के भविष्य को बनाने का जिम्मा सौंपा गया, वो खुद देशद्रोही गतिविधियों का समर्थक है और विशेष धर्म के खिलाफ सोशल साइट में अपनी प्रतिक्रिया पोस्ट कर शांतिप्रिय जिले में माहौल खराब करने की साजिश में लगा है। ऐसे शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
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डिग्री कॉलेज में डेस्क पर भी पुलवामा हमले पर आपत्तिजनक लिखा संदेश मिला
जागरण संवाददाता, कठुआ : गत फरवरी माह के दौरान कठुआ के डिग्री कॉलेज में भी पुलवामा हमले का परिणाम याद रखने का आपत्तिजनक संदेश लिखा पाया गया था, तब भी छात्रों ने जमकर बवाल किया था, लेकिन कॉलेज की गठित कमेटी ने
अभी तक उसका खुलासा नहीं किया है।
उस समय भी उक्त प्रोफेसर इसी कॉलेज में तैनात था, संभव है कि कहीं इसी की शरारत हो, क्योंकि कॉलेज ने उक्त जांच कमेटी की रिपोर्ट का आज तक पुलिस के साथ खुलासा नहीं किया है। हालांकि उस समय किसी छात्र की शरारत की आशंका जताई गई, लेकिन जांच न होने पर अभी तक उस पर रहस्य बना है। वहीं उक्त प्रोफेसर ने इस बार भी फेसबुक पर कमेंटस पुलवामा पर ही किया है। इसलिए अब उसकी जांच होना अति जरूरी बन गया है।
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- बनी के डिग्री कॉलेज में ऐसे दो मामले आ चुके हैं सामने
कठुआ : गत वर्ष बनी के डिग्री कॉलेज में तैनात कश्मीर के प्रोफेसर युसूफ भट्ट पर भी राष्ट्रीय गायन का अपमान करने का आरोप लगा था। जिसके चलते उसके खिलाफ कार्रवाई के लिए बनी में सात दिन तक विरोध चलता रहा। बाद में सरकार ने बिगड़ते माहौल को देखते हुए उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। उससे पहले वर्ष 2016 में बनी डिग्री कॉलेज में ही कश्मीर के अनुबंध के आधार पर तैनात प्रोफेसर शाह नवाज हुसैन ने ही कक्षा के दौरान ही सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली टिप्पणी की थी। उसे भी बर्खास्त करना पड़ा था।
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प्रोफेसर पर डोडा पुलिस स्टेशन में पहले से ही मामला दर्ज
कठुआ : पुलिस का कहना है कि उक्त प्रोफेसर पर पुलवामा हमले पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर पहले से ही मामला दर्ज है। ऐसे में वहां की पुलिस कार्रवाई कर रही है, इसलिए कठुआ पुलिस भी इस पर नजर रखे हुए है।