मौसम रहा साफ, सुबह से मतदाता निकलने लगे घरों से बाहर
करुण शर्मा बिलावर पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से अक्सर मौसम का मिजाज बिगड़ा रहता है लेकिन मंगल
करुण शर्मा, बिलावर: पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से अक्सर मौसम का मिजाज बिगड़ा रहता है, लेकिन मंगलवार को मौसम साफ रहने की वजह से सुबह से ही मतदाता मतदान करने के लिए अपने घरों से बाहर निकलने लगे, यह क्रम दोपहर तक जारी रहा।
दरअसल, सíदयों के इस मौसम में मंगलवार को तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहा, लेकिन सर्दी के इस मौसम में भी चुनावी माहौल गर्म रहा। जिला विकास परिषद के दूसरे चरण के मतदान के चलते माडली निर्वाचन क्षेत्र की 16 पंचायतों में हुए मतदान में लोग घरों से खिली धूप के बीच मतदान करने पहुंचे। इसके कारण मतदान प्रतिशत भी 61.3 के करीब रहा। डीडीसी चुनावों के पहले फेस के मतदान के पहले यहा खराब मौसम ने मतदाताओं और उम्मीदवारों को खूब रुलाया, लेकिन जैसे-जैसे मतदान के लिए बात आ गया मौसम साफ रहा और चुनावी सरगíमया भी तेज हो गई।
मंगलवार को भी खिली धूप के बीच मौसम साफ होने के चलते लोग बड़ी संख्या में अपने घरों से बाहर निकल कर लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए वोटिंग करने पहुंचे। मतदाताओं का कहना था कि वे सशक्त और मजबूत लोकतंत्र के सारथी बनना चाहते हैं। इसके लिए वे अपने घरों से सशक्त नेता को चुनने के लिए बाहर निकले हैं। ठेंठू निवासी अशोक कुमार ने कहा कि पंचायती राज को मजबूत बनाने के लिए जम्मू कश्मीर में पहली दफा हो रहे जिला विकास परिषद चुनाव में अपनी ग्राम की सरकार बनाने के लिए वोट डाल रहे हैं, ताकि विकास के लिए आने वाला पैसा गाव-गाव की हर गली तक पहुंच पाए। धनु बरोल पंचायत की 90 वर्ष शानी देवी ने कहा कि वे विकास के लिए वोट करने आई है। उन्हें उम्मीद है कि पहाड़ी क्षेत्रों जोकि अनदेखी के शिकार हैं, उसके विकास के लिए अब चुने जाने वाले प्रतिनिधि ध्यान देंगे। मालती निवासी हेम राम वर्मा ने कहा कि मालती लोअर पंचायत का विकास नहीं हुआ, यहा पर पेयजल समस्या आज के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। उनकी निर्वाचित होने वाले डीडीसी प्रत्याशी से उम्मीद होगी कि वे लोगों की समस्या से निजात दिलाएंगे। कोहग के साहिल ने कहा कि वे लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोट डालने आए हैं। उनकी अपेक्षा रहेगी जो भी डीडीसी चुनाव जीते, वे लोगों की उपेक्षा पर खरा उतरे और जन समस्याओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करें।