नए फीडर को चालू न करने से स्थानीय लोगों में रोष
संवाद सहयोगी हीरानगर कूटा पंचायत में पीएचई के तीन ट्यूबवेलों को चलाने के लिए बिजली विभाग
संवाद सहयोगी, हीरानगर : कूटा पंचायत में पीएचई के तीन ट्यूबवेलों को चलाने के लिए बिजली विभाग द्वारा लगाए गए नए फीडर को चालू नहीं करने से स्थानीय लोगों में रोष है। पंचायत के प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि अगर संबंधित विभाग ने दो दिन में फीडर को चला कर समस्या का समाधान नहीं किया तो क्षेत्र के सभी लोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना लगाकर बैठ जाएंगे। लोगों का कहना है कि बिजली की कम वोल्टेज तथा अघोषित कटौती की वजह से ट्यूबवेल की मोटरपंप ज्यादा देर नहीं चलते। इस कारण गावों में पानी की सप्लाई नियमित नहीं होती और लोगों को गर्मी में पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
कूटा पंचायत की चार हजार की आबादी के लिए पेयजल आपूर्ति हेतु तीन ट्यूबवेल लगाए गए हैं। बिजली की कम वोल्टेज की वजह से मोटर पंप ज्यादा देर नहीं चलते। तीन माह पूर्व कठुआ दौरे पर आए राज्यपाल के सलाहकारों से नया फीडर लगाने की माग की थी जो लग चुका है मगर उसे चालू नहीं किया जा रहा। जबकि अधिकारियों से कई बार माग भी कर चुके हैं।
-रंजना शर्मा सरपंच कूटा। कंडी क्षेत्र में पेयजल के कोई अन्य स्त्रोत नहीं। तीन ट्यूबवेल तो लगे हैं लेकिन अघोषित कटौती की वजह से मोटरपंप ज्यादा देर नहीं चल पाते जिस कारण पानी पूरा नहीं होता। नया फीडर लगाने से ट्यूबवेलों को चौबीस घटे बिजली मिलनी थी लेकिन एसटीडी के अधिकारी उसे चालू नहीं कर रहे अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना लगाकर बैठ जाएंगे।
-अनीता शर्मा, पंच कूटा। पैसे नहीं मिले हैं तो इसका ये मतलब नहीं कि कूटा के लोग गर्मी में पानी की किल्लत से जूझते रहेंगे, पीएचई के विशेष फीडर की मंजूरी राज्यपाल के तीन सलाहकार दे चुके हैं और उन्होंने कुल मंजूर 22 लाख रुपये में से कुछ फंड भी जारी कर दिए हैं। उसके बद भी फीडर चालू नहीं किया जा रहा है। अगर जल्द चालू नहीं होता है, तो लोग सड़कों पर उतरेंगे।
-कांत कुमार पूर्व सरपंच, कूटा पंचायत पेयजल समस्या के समाधान के लिए ही राज्यपाल के सलाहकारों ने बिजली विभाग के अधिकारियों को ट्यूबवेलों के लिए नया फीडर लगाने का निर्देश दिया था अब फीडर लग भी चुका है मगर अधिकारी इसे चला नहीं रहे। समस्या से डीसी कठुआ को भी अवगत करवा दिया है। दो दिन के अंदर फीडर नहीं चला तो राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना लगाएंगे।
-कपिल कुमार। फीडर को पहले चेक किया जाता हैं। क्लीयरेंस मिलने के बाद चला देंगे।
-संजीव जैन, बिजली विभाग एसटीडी के एक्सईएन
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