Ceasefire Violation: जम्मू-कश्मीर में कठुआ के पांच गांवों में पाकिस्तान की गोलाबारी
Ceasefire Violation पाकिस्तानी रेंजरों ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के पांच गांवों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। हालांकि इस गोलाबारी में कोई नुकसान नहीं हुआ है। गौरतलब है कि हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तान प्रतिदिन गोलाबारी करता है।
जागरण संवादाता, हीरानगर। अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बसे लोगों में डर पैदा करने के लिए पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। रविवार की रात को पाकिस्तानी रेंजरों ने कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर के पांच गांवों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। हालांकि, इसमें कोई नुकसान नहीं हुआ है। हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तान प्रतिदिन गोलाबारी करता है। रविवार रात को उसने चक चंगा, छनटांडा, करोल माथरियां, करोल कृष्णा व करोल विद्दो गांवों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। सोमवार सुबह दस बजे तक रुक-रुककर गोलाबारी जारी रही। गोलाबारी से बचने के लिए ग्रामीण रात भर बंकरों में रहे। वहीं, आतंकी घुसपैठ का पता लगाने के लिए सोमवार सुबह सीआरपीएफ व चकड़ा पुलिस ने पांचों गांवों के आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया, लेकिन इसमें कुछ नहीं मिला।
इधर, पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने सोमवार को फिर कायराना हरकत की। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांपोर (पुलवामा) में आतंकियों ने आम लोगों के वेश में सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के दल पर हमला कर दिया। इसमें सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए। वहीं, तीन अन्य जवान घायल हुए हैं। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मुठभेड़ में उलझा लिया, लेकिन मौका पाकर वह भाग निकले। पुलिस के मुताबिक, हमले में लश्कर का पाकिस्तानी आतंकी सैफुल्ला भी शामिल था। बलिदानी सीआरपीएफ कर्मियों की पहचान कांस्टेबल शैलेंद्र प्रताप सिंह निवासी रायबरेली, उत्तर प्रदेश और कांस्टेबल धीरेंद्र त्रिपाठी निवासी सतना, मध्य प्रदेश के रूप में हुई है।
दोपहर करीब सवा एक बजे हाईवे पर पांपोर के कंडीजाल बाईपास पुल के पास सीआरपीएफ की 110वीं वाहिनी के जवानों का एक दस्ता नियमित गश्त पर था। हाईवे पर वाहनों की आवाजाही भी काफी थी। इसी बीच, अचानक एक मोटरसाइकिल पर आम युवकों के वेश में दो आतंकी आए। इससे पहले कि जवान कुछ समझ पाते आतंकियों ने स्वचालित हथियारों से उन पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई। हमले में पांच सीआरपीएफ कर्मी घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। मौके पर मौजूद अन्य जवानों ने तुरंत पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। करीब 25 मिनट तक दोनों तरफ से गोलियां चलती रही। गोलियों की आवाज सुनकर निकटवर्ती इलाके में मौजूद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की अतिरिक्त टुकड़ियां भी मौके पर पहुंच गई, लेकिन तक तक आतंकी भाग निकले थे। सुरक्षाबलों ने तुरंत घायल साथियों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दो जवानों को शहीद करार दे दिया। वहीं, तीन अन्य जवान अस्पताल में उपचाराधीन हैं।