शहीद एएसआई रणवीर सिंह की शहादत को किया नमन
संवाद सहयोगी, महानपुर : आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए क्षेत्र के जांबाज पुलिस अधिकारी एएस
संवाद सहयोगी, महानपुर : आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए क्षेत्र के जांबाज पुलिस अधिकारी एएसआई रणवीर सिंह को उनके 16वें शहीदी दिवस पर परिवार के अलावा स्थानीय लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। गांव में बनाई गई उनकी प्रतिमा पर सभी ने पुष्पांजलि भेंट की। बन्होड़ के नजदीक गनीर-वाई मोड़ पर बनाई गई, उनकी प्रतिमा पर शहीद की पत्नी आरती ठाकुर जो इस समय जम्मू वूमैन सेल में एसएचओ पद पर तैनात होकर राज्य पुलिस में सेवा दे रही है जिसके साथ उनके पुत्र राघव तथा एसएचओ बिलावर विजय कुमार शर्मा के अलावा परिवार के कई स्दस्यों और मौजूद दर्जनों लोगों ने नम आखों से पूष्प माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान एसएचओ विजय कुमार ने बताया की रणवीर सिंह की बाहदुरी के चर्चे पूरे विभाग में सब जानते थे उनकी दिलेरी की आज भी विभाग में मिसाल देते हैं। उन्होंने अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी से निभाया। इसके चलते अपनी नौकरी के दौरान कई आतंकियों से काफी दिलेरी के साथ सामना किया और कईयों को मौत के घाट भी उतारा। इस दौरान मौजूद आरती ठाकुर ने बताया कि रणवीर की बाहदुरी को देखते हुए नौकरी दौरान विभाग द्वारा कई बार बाहदुरी पुरस्कार मिले जिसमें प्रेजीडेंट फार गेलेंटरी सर्विस अवार्ड शामिल है। इसके अलावा मरणोपरांत उन्हें शोर्य चक्कर से भी नमाजा गया। उन्होंने बताया कि रणवीर सिंह पुलिस डिपार्टमैंट के पहले अधिकारी थे जिन्हें शौर्य चक्कर मिला। उनकी इस शहादत पर उन्हें नाज है। इस मौके पर राजेंद्र सिंह, चाद किशोर, शान्ति भूषण के अलावा दर्जनों लोग मौजूद हुए। बन्होड़ गाव के निवासी रणवीर सिंह ने नरवाल के राका फारेस्ट में वर्ष 2002 में आतंकियों से लोहा लेते शहादत पाई थी।